हमारे पास तालिबान की कई कहानियां है जो मीडिया मे भी आई थीं, इसमें दुश्मनों द्वारा दिए जाने वाले आर्थिक सपोर्ट का जिक्र है। हमें अफगान नेताओं ने कुछ हथियार दिए हैं जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह हमें तालिबानियों को रूस ने दिए थे। रूस ने कई बार तालिबान का समर्थन करने की बात को नकारा है। निकोल्सन के आरोप उस संवेदनशील समय पर आया है जब पश्चिम के साथ रूस के संबंधों पर बात हो रही है। इस समय ब्रिटेन और रूस के बीच पूर्व जासूस को यूके में जहर दिए जाने के मामले को लेकर गहमा-गहमी बनी हुई है। यूरोपियन यूनियन ने संकेत दिया है कि वह इस मुद्दे पर लंदन की स्थिति का समर्थन करता है।
अमेरिकी कमांडर का बड़ा बयान, कहा- रूस कर रहा तालिबान को हथियार सप्लाई
अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज के प्रमुख का कहना है कि रूस तालिबान का समर्थन करने के साथ ही उन्हें हथियारों की सप्लाई भी करता है। जनरल जॉन निकोल्सन ने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने रूस द्वारा अस्थिर करने वाली गतिविधि देखी है। उन्होंने आगे कहा कि रूसी हथियार अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा के पार तालिबान के लिए तस्करी किए जाते हैं। हालांकि वह किस स्थिति में होते हैं यह नहीं कहा जा सकता है।
निकोल्सन ने कहा- हम एक तरह की कहानी सुन रहे हैं जिसमें कहा जा रहा है कि आईएसआईएस लड़ाकों की संख्या तालिबान में बढ़ रही है। इस कहानी के जरिए रूस तालिबान के खिलाफ की जाने वाली कार्यवाही को तर्कसंगत बताता है और इसके जरिए तालिबान का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि रूस ने ताजिक सीमा पर आतंकवाद विरोधी एक श्रृंखला आयोजित की थी लेकिन हमने रूस के पैटर्न को पहले देखा हुआ है। वह बहुत मात्रा में हथियार लेकर जाते हैं और वापस जाते समय कुछ छोड़ जाते हैं। जिससे कि सीमा पार उन्हें स्मगल किया जा सके।