देहरादून रोड स्थित गोपाल कुटी में राज्य आंदोलनकारियों ने उत्तराखंड आंदोलन के प्रणेता पहाड़ के गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। बुधवार को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति एवं उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शिरकत करते हुए महापौर अनीता ममगाईं ने बडोनी के चित्र पर माल्यार्पण किया।
उन्होंने कहा कि बडोनी के महान संघर्षों एवं उनके मार्गदर्शन और दिशा निर्देशों में उत्तराखंड राज्य आंदोलन की मांग पूरे देश मे उठी। इन्हीं की बदौलत हमें उत्तराखंड राज्य मिल पाया। बडोनी आंदोलन के दौरान गांधीवादी विचारों, सत्याग्रहपूर्ण सिद्धांतों और आंदोलन को नेतृत्व देने की अपनी विशिष्ट शैली के कारण स्वतंत्रता आंदोलन के पुरोधा बनकर एक क्रांतिकारी नेता के रूप में भारतीय राजनीति में छाए रहे। वह अहिंसक आंदोलन के प्रबल समर्थक थे। उनके इसी क्रांतिकारी व्यक्तित्व को रेखांकित करते हुए तब अमरीकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने स्व. इंद्रमणि बडोनी को पहाड के गांधी की उपाधि दी थी।
वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा था उत्तराखंड आंदोलन के सूत्रधार इंद्रमणि बडोनी की आंदोलन में उनकी भूमिका वैसी ही थी जैसी आजादी के संघर्ष के दौरान भारत छाड़ो आंदोलन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधीवादी ने निभायी थी। महापौर ने कहा कि उनके विचारों को आत्मसात करना ही उनके प्रति सच्ची हो सकती है। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में वेद प्रकाश शर्मा, बलवीर सिंह नेगी, डीएस गुसाईं, उर्मिला डबराल, पंकज शर्मा, राजपाल ठाकुर, विनोद शर्मा, राजू शर्मा, अक्षय खेरवाल, जयंती नेगी, शांति डोभाल, सोहन लाल बेलवाल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
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