अक्सर व्यक्ति दिल के रोग के आरम्भिक संकेतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं तथा इस लापरवाही का परिणाम जानलेवा हो सकता है। दिल के रोग से होने वाली मौतों के हर छह केसों में से एक में व्यक्ति आरम्भिक चेतावनी को नज़रअंदाज़ करने की भूल करते हैं। ये बात कुछ वक़्त पूर्व ब्रिटेन में हुए एक सर्वे में सामने आई थी। वही 35 से अधिक उम्र के युवाओं में भी बिदगी जीवनशैली तथा खाने की आदतों की वजह से दिल से जुड़े रोग बढ़ रहे हैं। 
वही आज कल की व्यस्त लाइफ तथा COVID-19 महामारी के कारण व्यक्तियों के पास अपने शरीर तथा मन को स्वस्थ और शांत रखना का उपाय तथा वक़्त नहीं है। यही कारण है कि लोगों में कई प्रकार के रोग देखने को मिल रहे हैं। वही चिकित्सकों का कहना है कि लॉकडाउन के पश्चात् अब लोगों को कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज़ अवश्य करना चाहिए, थोड़ा बाहर घूमना चाहिए, परन्तु कोरोना से बचने के उपाय के साथ। साथ ही नमक, चीनी तथा ट्रांस फैट वाली चीज़ों से दूर रहना चाहिए। इससे दिल की बीमारी होने का संकट कम होता है।
हार्ट अटैक के लक्षण:
1. सीने में दर्द- सीने में दबाव, दिल के बीचों बीच कसाव फील होना।
2. बॉडी के दूसरे भागों में दर्द- दर्द सीने से हाथों (अमूमन बाएं हाथ पर प्रभाव पड़ता है, परन्तु दोनों हाथों में दर्द हो सकता है)
3. जबड़े, गर्दन, पीठ तथा पेट की तरफ जाता हुआ महसूस हो।
4. मन अशांत लगे या चक्कर आएं।
5. पसीने से तरबतर होना।
6. सांस लेने में परेशानी होना।
7. मतली आना, उल्टी जैसा लगना।
8. बेचैनी फील हो।
9. खांसी के दौरे, ज़ोर-ज़ोर से सांस लेना।
10. हालांकि, दिल के दौरे में सीने में अक्सर तेज दर्द उठता है, परन्तु कुछ व्यक्तियों को केवल हल्के दर्द की शिकायत होती है। कुछ केसों में सीने में दर्द नहीं भी होता है, विशेष तौर पर महिलाओं, बुजुर्गों तथा डायबिटीज़ के मरीज़ों में।
इसी के साथ जरुरी है कि इन बीमारियों पर विशेष ध्यान दिया जाए।
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