शरीर के सुचारू रूप से संचालन के लिए आयरन अहम तत्व होता है. इसकी कमी से एनेमिया नामक बीमारी होती है. हेमोग्लोबीन के लिए आयरन का महत्व बढ़ जाता है. शरीर में आयरन की कम से ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित होती है. आयरन प्रतिरोधक क्षमता, कोशिका के उचित संचालन और मांसपेशियों को मजबूती देने का काम करता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक आयरन की कमी होने पर शरीर को थकान महसूस होता है. खानपान में आयरन अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए अलग-अलग मात्रा की जरूरत होती है. उम्र बढ़ने के साथ आयरन की मात्रा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होती है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने आयरन की मात्रा प्रत्येक दिन बच्चों और व्यस्कों के लिए सुझाए हैं.
- 6 महीने के शिशुओं को आयरन 2.27 मिलीग्राम चाहिए.
 - 7-12 महीने के बच्चों को आयरन की मात्रा बढ़कर 11 मिलीग्राम हो जाती है.
 - 1-3 साल के बच्चों को 7 मिलीग्राम आयरन चाहिए.
 - 4-8 साल के बच्चों को 10 मिलीग्राम आयरन की मात्रा का सुझाव दिया जाता है.
 - पुरुष वर्ग में 9-13 साल के बच्चों को 8 मिलीग्राम आयरन चाहिए.
 - 14-18 साल के लड़कों को 11 मिलीग्राम आयरन की जरूरत होती है.
 - 19 साल या उससे ऊपर के लड़कों के लिए 8 मिलीग्राम आयरन की मात्रा की चाहिए.
 - महिला वर्ग में 9-13 साल के बच्चियों के लिए 8 मिलीग्राम आयरन की जरूरत पड़ती है.
 - 14-18 साल की बच्चियों के लिए मात्रा बढ़कर 15 मिलीग्राम हो जाती है.
 - 19-50 साल की महिलाओं के लिए 18 मिलीग्राम आयरन की जरूरत होती है.
 - गर्भावस्था के दौरान 27 मिलीग्राम आयरन शरीर के लिए जरूरी हो जाता है.
 
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