झारखंड के धनबाद मे रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण कर रहे व्यक्तियों के आशियाने को आज रेल प्रशासन के द्वारा कार्यवाही करते हुए हटाया गया। जेसीबी के माध्यम से व्यक्तियों के आशियाने को तोड़कर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। लोगों ने स्थान को रिक्त करने के लिए एक माह का वक़्त मांगा गया था। मगर रेलवे ने 10 दिन पहले ही व्यक्तियों को नोटिस थमाकर आज अतिक्रमण के विरुद्ध कार्यवाही आरम्भ कर दी। 
वही रेलवे के द्वारा एक माह के वक़्त नहीं दिए जाने की वजह से रेल प्रशासन के विरुद्ध व्यक्तियों में आक्रोश व्याप्त है। रेलवे से व्यक्तियों ने मुआवजा देने की भी मांग की है। बता दें कि पांडरपाला रोड ट्रेक्शन कॉलोनी में अवैध तौर पर रेलवे की भूमि पर कब्जा कर रहे लोग रो रहे थे। वहीं रेल प्रशासन के द्वारा JCB मशीन से अतिक्रमण के तहत कार्यवाही की गई। यहां रह रहे सैकड़ो व्यक्तियों के घरों को ध्वस्त किया गया। रेलवे की इस कार्रवाई से लोगों में नाराजगी नजर आई।
वही अतिक्रमण के विरुद्ध इस कार्रवाई से लोग रेलवे के प्रति आक्रोशित दिखाई दिए। प्रभावित व्यक्तियों का कहना है कि 10 दिन पहले ही रेलवे के द्वारा नोटिस दिया गया था। दो दिन पहले ही भूमि को खाली कराने को लेकर घोषणा की गई थी। लोगों ने कहा कि रेलवे से एक माह का वक़्त मांगा गया था। मगर रेलवे ने हमें वक़्त नही दिया। कोरोना महामारी में हम आखिर कहां जाएंगे। लोगों द्वारा रेलवे से मुआवजा देने की मांग भी की गई। वहां अतिक्रमण हटाने पहुंचे रेलवे के अफसरों ने कहा कि रेलवे बोर्ड के निर्देश पर पूरे भारत में यह कार्रवाई की जा रही है। जहां कहीं भी रेलवे की भूमि पर व्यक्तियों द्वारा अतिक्रमण कर रखा गया है, वैसी जमीनों को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कराने का काम किया जा रहा है।
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