जावेद मियांदाद का 1986 में शारजाह में चेतन शर्मा की अंतिम गेंद पर लगाया गया छक्का हो सेंचुरियन में सचिन की यादगार पारी क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में बहुत सारी यादें ताजा हो आई होंगी। दशकों की प्रतिद्वंद्विता के बीच विभिन्न मैचों में अजय जडेजा, वेंकटेश प्रसाद, ऋषिकेश कानितकर का प्रदर्शन और जोगिंदर शर्मा की टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में अंतिम ओवर की गेंदबाजी आज भी रोमांच का सबब बन जाती है।
नई दिल्ली हो या इस्लामाबाद, कराची हो या कोलकाता। भारत-पाक मुकाबला ऐसा है कि दोनों तरफ के क्रिकेटप्रेमी अपनी टीम को हारता हुआ नहीं देख सकते। ये मुकाबला सिर्फ 22 खिलाड़ियों का नहीं होता विश्व भर में भारत-पाक क्रिकेट टीमों के करोड़ों समर्थकों के बीच भी एक अलग ही होड़ देखने को मिलती है। क्रिकेट प्रेमी ही क्यों इस होड़ में तो पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और राशिद लतीफ भी जाने-अनजाने शामिल हो जाते हैं।
पुराने रिकॉर्ड नहीं खास दिन का प्रदर्शन ज्यादा मायने रखता है और यही बात सरफराज की अगुवाई वाली पाकिस्तानी टीम को भारत के खिलाफ मुकाबले में मजबूती से खड़ा कर देती है। पहले मुकाबले में जब भारतीय टीम ने पाकिस्तान को बुरी तरह रौंदा था तब यह लगने लगा था कि पाकिस्तान के कमतर प्रदर्शन ने इस भिड़ंत का रोमांच कुछ कम कर दिया है लेकिन उसके बाद पाकिस्तान की दक्षिण अफ्रीका और मेजबान इंग्लैंड पर जीत ने फिर दर्शाया है कि यह टीम कभी एकदम साधारण है और कभी शानदार।
अगर खिलाड़ियों की तुलना करें तो भारत के धुरंधर रोहित शर्मा के सामने अजहर अली कहीं नहीं ठहरते और अहमद शहजाद के पास शिखर धवन जैसी निरंतरता नहीं है। युवा बाबर आजम भारतीय कप्तान विराट कोहली का पासंग भी नहीं हैं जो वनडे क्रिकेट में सबसे तेजी से आठ हजार रन बना चुके हैं। आईसीसी टूर्नामेंटों (विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और टी-20 वर्ल्ड कप) में भारतीय टीम को 13-2 का रिकॉर्ड उसका पलड़ा और भारी करता है।
भारत : 03
पाक : 08
317: रन बना चुके हैं भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन
10: विकेट ले चुके हैं पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली
भारतीय टीम के भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह के रूप में दो बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं जो पाटा विकेटों पर भी पांच से कम रन का इकॉनोमी रेट रखते हैं। रविंद्र जडेजा, हार्दिक पांड्या और केदार जाधव की ऑलराउंड क्षमता बोनस जैसी है। अश्विन जैसा अनुभवी स्पिनर भी बल्लेबाजों पर अंकुश रखने में बेहद सक्षम है। फील्डिंग में भी भारतीय टीम पाकिस्तान के मुकाबले बेहतर करने की क्षमता रखती है।
पाकिस्तान : सरफराज अहमद (कप्तान), अजहर अली, बाबर आजम, मोहम्मद हफीज, शोएब मलिक, हसन अली, मोहम्मद आमिर, रूमान रईस, जुनैद खान, इमाद वसीम, फहीम अशरफ, शादाब खान, फखर जमां, हैरिस सुहैल।