आर्मी के कौड़िया कैंप से महज दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित कौड़िया नाले पर देसी बम मिलने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।बृहस्पतिवार देर शाम चार धमाकों में चार पालतू सुअरों की मौत के मामले में कोतवाली पुलिस के साथ ही बम डिस्पोजल स्क्वायड (बीडीएस) ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को कौड़िया नाले से शुक्रवार सुबह तीन और जिंदा बम मिले हैं। क्षेत्रवासियों को नाले में अपने मवेशी न जाने देने की हिदायत करते हुए पुलिस ने मौके पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। ये देसी बम किसने और किस इरादे से मौके पर रखे थे, मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।
काशीरामपुर तल्ला गांव के कौड़िया गदेरे में बृहस्पतिवार शाम देसी बमों के धमाकों से पूरा क्षेत्र दहल गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए शुक्रवार सुबह एसएसपी पौड़ी के निर्देश पर हरिद्वार के बम डिस्पोजल स्क्वायड (बीडीएस) को बुलाया गया।
पुलिस हर एंगल पर कर रही जांच
बीडीएस की टीम ने मौके पर जांच कर तीन और जिंदा बम बरामद किए हैं। सीओ जेआर जोशी ने बताया कि ये बम किसने और किस इरादे से रखे थे, मामले की जांच चल रही है। बीडीएस टीम अपना काम कर लौट चुकी है। प्रथम दृष्टया ये हथगोले टाइप के देसी बम पाए गए हैं। जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने अपने कब्जे में ले लिया है।
बम निरोधक दस्ते के प्रभारी उपनिरीक्षक ललित मोहन की अगुवाई में टीम ने शुक्रवार सुबह कौड़िया में पूरा गदेरा छान मारा। करीब दो घंटे की मशक्कत में तीन जिंदा देसी बम मिले हैं। पुलिस अधिकारी प्रथम दृष्टया इस घटना को शरारती तत्वों से जोड़कर देख रहे हैं।
हालांकि पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है। इस मामले में अभी कोई तहरीर दर्ज नहीं कराई गई है। इस मौके पर बीडीएस टीम में शामिल लेखराज सिंह, कमलेश जोशी, दीपक भट्ट, मंजीत सिंह, राजेश देवरानी, एसएसआई कोटद्वार राकेंद्र कठैत, उपनिरीक्षक संदीप शर्मा आदि मौजूद थे।