लिवर ट्रांसप्लांट के मरीजों के परामर्श के लिए एम्स में लिवर ट्रांसप्लांट क्लीनिक सेवा शुरू हो गई। लिवर ट्रांसप्लांट क्लीनिक की ओपीडी प्रत्येक मंगलवार को दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक संचालित होगी।
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभागाध्यक्ष डाॅ. रोहित गुप्ता ने बताया कि एम्स में भविष्य में लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू होने जा रही है। सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डाॅ. निर्झर राकेश ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट ओपीडी में संबंधित रोगी का प्रारंभिक मूल्यांकन कर लिवर ट्रांसप्लांट के लिए आवश्यक परामर्श, प्री-ट्रांसप्लांट मूल्यांकन और पोस्ट-ट्रांसप्लांट प्रबंधन के लिए मंच प्रदान किया जाएगा।
बीते वर्ष अक्तूबर माह में मिली थी अनुमति
रीजनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (रोट्टो) ने पिछले वर्ष अक्तूबर में एम्स का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद रोट्टो ने लिवर ट्रांसप्लांट की अनुमति थी। रोट्टो सरकारी संस्था है जो मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 मानव अंगों को अलग करने और इनके भंडारण के लिए विभिन्न नियम निर्धारित करता है। भविष्य में एम्स लिवर ट्रांसप्लांट करने वाला उत्तराखंड का पहला चिकित्सा संस्थान होगा।