उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने अमेरिका को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि विंटर ओलंपिक के तुरंत बाद ही अमेरिका का परमाणु संपन्न विमान वाहक पोत तैनात करने और निर्धारित सैन्य अभ्यास करना दोनों कोरियाई देशों के बीच रिश्तों में हुए सुधार के लिए खतरा है.
री योंग हो ने इसे कोरियाई प्रायद्वीप में और इसके आसपास स्थिति को भड़काने का खेल बताया है. साथ ही कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया को परमाणु युद्ध के संभावित खतरे में डालने का काम कर रहा है.
बता दें कि अमेरिका ने गुरुवार को हवाई तट पर एक मिसाइल का डमी टेस्ट किया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब हवा में ही एक मिसाइल थी तो दूसरी मिसाइल के जरिए उसे नष्ट करने की कोशिश की गई, लेकिन यह टेस्ट नाकाम रहा.
संयुक्त राष्ट्र से किया आग्रह
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से अनुरोध किया कि वह इस संबंध में चुप ना रहे. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को लिखे एक पत्र में उन्होंने आग्रह किया कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख अमेरिका को हथियारों की तैनाती करने और उसके आगामी सैन्य अभ्यासों से रोकने की कोशिशे करें. री ने चेताया कि अमेरिका के सैन्य कदमों का मकसद परमाणु युद्ध के लिए उकसाना है. इससे अंतर कोरियाई संबंधों में हो रहे सुधार और कम हो रहे तनाव पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
जनमत को भ्रम में रखने का आरोप
उत्तर कोरियाई नेता ने अमेरिकी अधिकारियों पर जनमत को भ्रम में रखने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अमेरिका इस बात को लेकर भ्रमित कर रहा है कि नई अंतर कोरियाई वार्ता हमारे देश पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों और दबाव का परिणाम है.
गौरतलब है कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने नववर्ष के अपने संबोधन में कहा कि वह दक्षिण कोरिया में नौ से 25 फरवरी तक आयोजित होने जा रहे शीतकालीन ओलंपिक में अपना एक प्रतिनिधिमंडल भेजने को इच्छुक हैं. री ने पत्र में आरोप लगाया कि अमेरिका सैन्य उपकरणों की तैनाती के माध्यम से कोरियाई प्रायद्वीप में और उसके आसपास जानबूझकर स्थिति को भड़काऊ बना रहा है.