यूपी की योगी सरकार कानून बनाकर गो वंश की रक्षा करने में जुटी हुई है। वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को यूपी के हमीरपुर जिले में 60 फीट गहरे कुंए में गिरे बछड़े को बचाने के लिए मुस्लिम युवकों ने अपनी जान दाव पर लगा दी। देखिये कैसे मरने के बाद भी 19 साल तक चलती रहीं इस शख्स की सांसें…
यहां हमीरपुर जिले की मौदहा कोतवाली क्षेत्र के मांचा गांव में सोमवार की शाम 60 फीट गहरे कुंए में छह माह का बछड़ा गिर गया। जिसे गांव के मुस्लिम युवाओं ने जान जोखिम डाल कुंए में उतरकर उसे जिंदा निकाल लिया। गांव के पूर्व प्रधान/ट्रांसपोर्टर अनवार ने साहसी युवकों को 11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
जहां आज गाय के नाम पर राजनीति हो रही है। बिना गोमाता की सेवा किए सिर्फ उसके नाम से अपना नाम जोड़कर कुछ लोग सस्ती राजनीति में जुटे हैं। वहीं मांचा गांव में सोमवार की शाम विनोद पाल का बछड़ा गांव के एक गहरे कुंए में गिर गया। भीड़ एकत्र हो गई, उसे निकाला कैसे जाए। कुंए में कौन उतरे, इसमें लोग अपनी-अपनी राय देते रहे। तभी अपनी जान की परवाह किए बिना युवक फजल अली कमर में एक रस्सा बंधवाकर कुंए में जाने लगा।
हालांकि लोग कुएं में जहरीली गैस होने की आशंका जताते रहे। लेकिन बछड़े को बचाने के लिए वह उसमें उतर गया। बछड़े को रस्सी से बांधकर ग्रामीणों ने उसे ऊपर खींच लिया। इसके बाद फजल अली को बाहर निकाला गया। उसका सहयोग शहजाद अली, नासिर अली, महबूब अली, असलम अली व लादेन ने किया। युवाओं ने जहां यह कदम उठाकर गांव में ही नहीं बल्कि देश के लोगों को एक संदेश दिया कि गाय को बचाने के लिए वह अपनी जान से खेल सकते हैं। वहीं गांव के पूर्व प्रधान व रायपुर कानपुर गोल्डन ट्रांसपोर्ट के मालिक अनवार ने इस साहसी युवक को 11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
-गहरे कुएं में उतरे युवक ने बछड़े को निकाल लिया जिंदा