एचआईवी जानलेवा बीमारी है, इसके बारे में आज तक लोगो को भ्रम है. एचआईवी में इलाज के लिए काफी पैसा खर्च करना पड़ता है. जिसके बाद भी व्यक्ति को मौत से स्थायी रूप से नहीं बचाया नहीं जा सकता. वैज्ञानिको ने एक ऐसी खोज की है जिससे सुप्त एचआईवी का आसानी से पता लगाया जा सकता है.
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ऐसे किफायती टेस्ट की खोज की जा चुकी है. जो इस रोग से उबर चुके है, उनके लिए ये फायदेमंद है. एचआईवी वायरस का पता लगाने के लिए वर्तमान समय में मौजूद सर्वश्रेष्ठ परीक्षण क्वांटिटेटिव वायरल आउटग्रोथ एसे ‘क्यू-वीओए’ है. टीजेडए नाम का यह नया टेस्ट ऐसे जीन की पहचान करता है जो एचआईवी के फिर से शरीर में आने के समय ही मौजूद होता है.
पुराने टेस्ट के नतीजों के लिए दो सप्ताह का समय लगता है किन्तु नए टेस्ट से एक सप्ताह में ही नतीजा मिल जाता है. इस टेस्ट की लागत भी क्यू-वीओए से एक तिहाई है. इसमें ब्लड की मात्रा भी कम चाहिए होती है.