सूरत के करोबारी से करोड़ों रुपये के बिटकॉइन हथियाने के आरोप में भाजपा के पूर्व विधायक नलिन कोटडिया को गिरफ्तार किया है. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने लम्बे वक्त से फ़रार कोटडिया को महाराष्ट्र के धुलिया से गिरफ़्तार किया है. कोर्ट ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया था.
कोटडिया को गिरफ्तार करने के बाद रविवार देर रात क्राइम ब्रांच की टीम अहमदाबाद पहुंची. इस मामले की जांच के लिए कोटडिया को सीआईडी क्राइम को सौंप दिया गया है. मामले में कई नए खुलासे होने उम्मीद जताई जा रही है.
सूरत के बिल्डर शैलेष भट्ट ने अप्रैल महीने में एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसमें अमरेली एलसीबी पीआई अनंत पटेल, एसपी जगदीश पटेल और नलिन कोटडिया पर मिलीभगत करते हुए भट्ट और उनके साथी किरीट पालडिया का गांधीनगर कोबा सर्कल से अपहरण करने के बाद मारपीट करके उनके पास से 12 करोड़ रुपये के 176 बिटकॉइन जबरन ट्रांसफर करा लेने का आरोप लगाया था.
मई महीने में सीआईडी क्राइम ने नलिन कोटडिया के करीबी नानकूभाई आहिर के पास से 25 लाख रुपये बरामद किए थे. यह राशि मामले में कोटडिया की कथित भूमिका के चलते दी गई थी. यह बात केस के मुख्य सरगना किरीट पालडिया की पूछताछ में सामने आई थी.
शैलेष भट्ट के साथी पालडिया की पूछताछ में सामने आया कि बिटकॉइन मामले में नलिन कोटडिया को 7.5 प्रतिशत राशि पहुंचानी थी. इसके तहत करीब 66 लाख रुपये कोटडिया को पहुंचाने थे.
14 फरवरी को पाटडिया की ओर से कोटडिया को 34 लाख रुपये भेजे गए. 24 लाख रुपये अहमदाबाद जबकि, 10 लाख रुपये अमरेली के धारी भेजे गए थे.
25 लाख रुपये कोटडिया ने अपने भतीजे नमन के जरिये राजकोट में नानकूभाई तक पहुंचाए थे. जबकि, 10 लाख रुपये धारी में नवनीत ने रिसीव किए थे. यह बात सामने आने पर सीआईडी क्राइम ने कोटडिया को भगोड़ा घोषित कर दिया था.
अमरेली एसपी जगदीश पटेल, अमरेली एलसीबी पीआई अनंत पटेल, शैलेष भट्ट के पूर्व साथी किरीट पालडिया सहित अन्य आरोपियों को सीआईडी क्राइम पहले ही गिरफ्तार कर चुक है. हालांकि, बाद की जांच में शैलेष भट्ट भी एक मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सामने आ चुका है.
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