कर्ज के बोझ तले दबे देश के रईस कारोबारी अनिल अग्रवाल अब IPO के माध्यम से अपनी उधारी चुकाने की योजना बना रहे हैं. दरअसल, अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन ने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए 1,250 करोड़ रुपए जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक SEBI को आवेदन भेजा है.
IPO के लिए दाखिल किए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, IPO के तहत कंपनी कुल 1,250 करोड़ रुपए तक के इक्विटी शेयरों की पेशकश करेगी. इस पेशकश में कंपनी के वर्कर्स के लिए शेयरों का रिजर्वेशन शामिल है. IPO से मिली राशि का उपयोग मुख्य रूप से उधारी चुकाने के लिए किया जाएगा. कंपनी IPO से पहले 220 करोड़ रुपए के निजी नियोजन पर भी विचार कर सकती है. अगर निजी नियोजन पूरा हो जाता है, तो निर्गम का आकार कम हो जाएगा. स्टरलाइट पावर के प्रवर्तक अग्रवाल और ट्विन स्टार ओवरसीज हैं.
इससे पहले पिछले माह ही नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल ने कर्ज के बोझ से दबी वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज का अधिग्रहण करने के लिए उद्योगपति अनिल अग्रवाल की कंपनी ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज की 2,962.02 करोड़ रुपए की बोली पर रोक लगा दी है. NCLAT के कार्यवाहक चेयरमैन जस्टिस ए आई एस चीमा के नेतृत्व वाली दो सदस्यीय पीठ ने इस बरे में राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण की मुंबई पीठ द्वारा नौ जून को पारित आदेश पर रोक लगा दी.
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
		
		 
						
					 
						
					