केरल राज्य में राजनीतिक उठापटक बढ़ती जा रही है। जनता दल (सेक्युलर) की केरल इकाई को सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा ने तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। पार्टी को अस्थिर करने के प्रदेश अध्यक्ष सीके नानू पर प्रहार करते हुए उन्होंने विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री मैथ्यू टी थॉमस को अपनी तदर्थ समिति के अध्यक्ष के रूप में चुना। नानू केरल के वडकारा निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा (विधायक) के सदस्य हैं।
उन्होंने बोला, ‘मैंने केरल प्रदेश जनता दल (सेक्युलर) को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। जेडी (एस) प्रमुख ने अपने आदेश में कहा, इसके अलावा, मैंने मैथ्यू टी थॉमस को केरल प्रदेश जनता दल (धर्मनिरपेक्ष) की तदर्थ समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। देवेगौड़ा की यह कार्रवाई नानू की कथित निष्क्रियता के जवाब में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बीएम फारूकी के निर्देशानुसार कदम उठाने के लिए आई है। आदेश के मुताबिक, फारूकी ने नानू को 24 सितंबर को कई नियमों के साथ नोटिस भेजा था। गौड़ा ने कहा, हालांकि नानू ने न तो इसका पालन किया और न ही कोई जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘नानू ने केरल में जेडी की राज्य इकाई को मजबूत करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। देवेगौड़ा ने आदेश में लिखा, इसके उलट उन्होंने पार्टी को अस्थिर करने का काम किया है और कोर कमेटी से सलाह नहीं ली है।
तदर्थ समिति के अन्य सदस्य जोस थेटाइइल और जमीला प्रकाशम हैं, जो उपाध्यक्ष के रूप में काम करेंगे। आदेश में कहा गया है कि बेनी मूनजेली और वी मुरुगदास महासचिव हैं जबकि मोहम्मद शा कोषाध्यक्ष होंगे। जेडी (एस) दक्षिण भारतीय राज्यों कर्नाटक, केरल और अरुणाचल प्रदेश में सक्रिय है। 21 साल पहले जनता दल के विभाजन के बाद पार्टी का गठन किया गया था। केरल में जेडी (एस) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का सहयोगी और सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) का हिस्सा रह चुका है।
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