केरल में एक गर्भवती मादा हाथी की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जिन लोगों ने अनानास में विस्फोटक रखकर हाथी को खिलाया था, उनकी धरपकड़ की कोशिश तेज कर दी गई है. इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हाथी की मौत के मामले में केंद्र सरकार बहुत गंभीर है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार ने केरल के मल्लपुरम में एक हाथी की हत्या के मामले पर गंभीरता दिखाई है. हम सही तरीके से जांच करने और अपराधियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. हाथियों को पटाखा खिलाना और मारना भारतीय संस्कृति नहीं है.
गौरतलब है कि केरल के मल्लपुरम से इंसानियत को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई थी. यहां एक गर्भवती मादा हथिनी खाने की तलाश में जंगल के पास वाले गांव पहुंच गई, लेकिन वहां शरारती तत्वों ने अनन्नास में पटाखे भरकर हथिनी को खिला दिया, जिससे उसका मुंह और जबड़ा बुरी तरह से जख्मी हो गए.
वन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, विस्फोटक से उसके दांत भी टूट गए थे. इसके बाद भी मादा हथिनी ने गांव में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया और वो वेलियार नदी पहुंच गई, जहां तीन दिन तक पानी में मुंह डाले खड़ी रही. बाद में उसकी और गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई.
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, हथिनी की उम्र 14-15 साल रही होगी. वन विभाग के अधिकारियों को ये हथिनी 25 मई को मिली थी. 27 मई को नदी में खड़े-खड़े उसने दम तोड़ दिया. वन विभाग ने उसकी जान बचाने की कोशिश की, लेकिन चमत्कार नहीं हो सका. बीजेपी सांसद और एनीमल राइट एक्टिविस्ट मेनका गांधी ने केरल सरकार पर सवाल उठाए हैं.
वन विभाग ने गर्भवती मादा हथिनी की हत्या करने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान और धरपकड़ की कोशिश तेज कर दी गई है. इंसानों और जानवरों के बीच संघर्ष के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं लेकिन ये पहली बार है, जब किसी हथिनी को इस तरह से विस्फोटक खिलाकर मारा गया है.
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