नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) अगले दो महीने में अपने अधिकारियों के वेतन में वृद्धि करेगी. इस वृद्धि के साथ ही कंपनी पर सालाना 1,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गोपाल सिंह ने कहा, ‘‘अधिकारियों के वेतन बढ़ोतरी की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. मेरा मानना है कि इस पर फैसला अगले दो महीने में होगा.’’ कंपनी के अधिकारियों का वेतन संशोधन 1 जनवरी, 2017 से लंबित है.
गोपाल सिंह ने कहा कि इस कदम से कंपनी के 23,000 अधिकारियों को फायदा होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी प्रस्तावित वेतन वृद्धि के प्रभाव को कम करने के लिए कंपनी कोयले का मूल्य बढ़ाएगी, सिंह ने कहा कि फिलहा ऐसा कोई विचार नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके बजाय कंपनी दक्षता और उत्पादकता बढ़ाने के क्षेत्र में काम करेगी.
Minister @PiyushGoyal's answer in Lok Sabha to the question regarding welfare facilities to coal mine workers. https://t.co/49Ij5rqEF1 pic.twitter.com/HxzKUvMoA4
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) April 4, 2018
कोल इंडिया के प्रमुख ने कहा कि इसकी भरपाई के कई तरीके हैं. आप उत्पादकता, दक्षता बढ़ाकर और लागत घटाकर इसकी भरपाई कर सकते हैं. कोल इंडिया ने पिछले साल अक्तूबर में कर्मचारी यूनियनों के साथ 5 साल का वेतन समझौता किया था. इससे कंपनी पर सालाना 5,667 करोड़ रुपये का असर पड़ेगा. कोल इंडिया के कर्मचारियों की संख्या तीन लाख है.