स्टारडम और इन्सिक्योरिटी, ये दो ऐसी चीजें हैं जो सफलता की सीढ़ियों पर अक्सर स्टार के साथ चढ़ाई करती हैं। कई बार ये स्टार को तो फायदा देती हैं लेकिन इसकी वजह से बाकी लोगों का करियर खत्म होने की कगार पर पहुंच जाता है।यह भी पढ़े: अभी अभी: ‘ट्यूबलाइट’ का दूसरा गाना ‘नाच मेरी जान’ हुआ रिलीज
ऐसा ही एक किस्सा श्रीदेवी के स्टारडम से भी जुड़ा हुआ है।
श्रीदेवी 90 के दशक की सुपरस्टार थीं। फिल्मों में उनका कद इतना ऊंचा हो गया था कि निर्माता-निर्देशक भी बिना कोई ना-नुकुर किए उनकी बात मानने को मजबूर हो जाते।
श्रीदेवी के रुतबे और सुपरस्टार के स्टेटस में कोई कमी नहीं थी, लेकिन ना जाने क्यों वो अपने को-स्टार्स को मिलती ज्यादा फुटेज से परेशान हो जातीं। किसी फिल्म में अगर उन्हें लगता कि उनका को-स्टार उनकी परफॉर्मेंस पर भारी पड़ रहा है तो वो उसके रोल को ही फिल्म से कटवा देतीं।
श्रीदेवी के इसी इगो का शिकार एक बार एक्ट्रेस रीमा लागू भी हो गईं थीं। एक वेबसाइट के मुताबिक, इसका खुलासा कोरियोग्राफर सरोज खान ने अपने शो ‘नच ले’ में किया था।
श्रीदेवी और रीमा लागू महेश भट्ट की फिल्म ‘गुमराह’ में काम कर रहीं थीं। 1993 में आई इस फिल्म में रीमा लागू श्रीदेवी की मां के किरदार में थीं। दोनों में पांच साल का ही फर्क था लेकिन पिछली कुछ फिल्मों के चलते रीमा लागू की पहचान एक मां के किरदार में ही हो गई थी।