गर्मियों में भी सर्दी-जुकाम और गले की खराश ने कर रखा है बुरा हाल और बिना दवाइयां खाए पाना चाहते हैं इनसे छुटकारा तो इसके लिए स्टीम लेना काढ़ा पीना और ठंडी चीज़ें खाना अवॉयड करें। इन उपायों और परहेज से काफी फायदा मिलता है लेकिन साथ ही कुछ और भी चीज़ों का ध्यान रखना जरूरी है। जिसके बारे में जानेंगे।
बदलते मौसम में किसी को बुखार, किसी को फीवर, पेट दर्द, तो कोई गले की खराश व दर्द से परेशान है। वैसे तो ये समस्याएं मौसमी बीमारियों में गिनी जाती हैं और इसका लोग घर में ही इलाज कर लेते हैं। बच्चों से लेकर बड़े तक इन प्रॉब्लम्स का शिकार हो सकते हैं, तो अगर आपको भी गले के इन्फेक्शन ने कर रखा है बहुत ज्यादा परेशान, तो ऐसे में क्या उपाय हो सकते हैं मददगार, जाने लें यहां।
- धूप से आने के तुरंत बाद एसी या कूलर में न बैठें। अगर एसी में रहना मजबूरी हो, तो इसका टेम्परेचर 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रखें।
- गर्मियों में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक खाने में मजा तो बहुत आता है, लेकिन इनसे गला खराब हो सकता है, इसलिए ठंडी चीज़ों को खाना अवॉयड करें।
- एक गिलास गुनगुने पानी में 1 से 2 चम्मच नमक मिलाकर दिन में दो बार सुबह-शाम गरारे करें।
- खांसी, खराश के साथ अगर बलगम की भी समस्या है, तो दिन में दो बार स्टीम भी लें।
- बासी खाना न खाएं। ताजा व गर्म खाना खाएं।
स्टीम है बेहद मददार
अगर गरारे से खराश दूर नहीं हो रही, तो स्टीम की मदद ले सकते हैं। इसमें सादे पानी को उबालकर उसकी भाप को नाक और मुंह से अंदर खींचा जाता है। स्टीम ज्यादा असरदार तरीके से काम करे, इसके लिए जरूरी है कि खुद को स्टीमर के साथ कंबल या तौलिए से ढक लें। लोग इसमें कोई दवा या बाम मिला देते हैं, लेकिन इसकी जरूरत नहीं होती। सादे पानी को अच्छी तरह से गर्म मतलब पांच मिनट उबालने के बाद स्टीम लेना ही फायदेमंद है।
काढ़ा है असरदार
इन दिनों गर्मी है, तो इस सर्दी वाला काढ़ा पीने से फायदा की जगह नुकसान पहुंच सकता है क्योंकि इससे पेट में गर्मी बढ़ जाती है। इसलिए गर्मी के हिसाब से काढ़ा तैयार करें। तुलसी, काली मिर्च, सोंठ, दालचीनी सभी को 1-1 चम्मच मिलाकर 1 लीटर पानी में रात में छोड़ दें। सुबह बिना गर्म किए इसे पी लें।