गुजरात से बीजेपी के तीन नेताओं ने शुक्रवार को राज्यसभा के लिए नामांकन किया है. तीनों नेताओं में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कल विधानसभा से इस्तीफा देने वाले कांग्रेसी नेता बलवंत सिंह राजपूत भी थे. आपको बता दें कि बलवंत पूर्व कांग्रेसी नेता शंकर सिंह वाघेला के समधी भी हैं.एसिड अटैक पीड़ित पुरुषों के हक में हाईकोर्ट ने लिया बड़ा फैसला…
इधर वाघेला के कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं. गुरुवार को जहां तीन कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा था तो वहीं शुक्रवार को दो और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस के दो विधायकों में एक छना चौधरी हैं जो वासदा से विधायक हैं और दूसरे विधायक मान सिंह चौहान हैं जो कि बालासिनोर सीट से विधायक हैं.
अहमद पटेल के लिए खतरा
कांग्रेस विधायकों की घटती संख्या कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार अहमद पटेल के लिए खतरा भी बन सकती है. विधायकों के लगातार हो रहे इस्तीफे उनकी जीत में बाधा खड़ी कर सकते हैं. माना जा रहा है कि अभी कुछ और कांग्रेसी विधायक इस्तीफा दे सकते हैं. आपको बता दें कि राज्यसभा चुनाव की तीन सीट के लिए गुजरात में आठ अगस्त को वोट डाले जाने हैं.
वाघेला ने जन्मदिन के दिन की बगावत
आपको याद दिला दें कि अभी कुछ दिन पहले ही अपने जन्मदिन के दिन वाघेला ने अपने समर्थकों का जमावड़ा बुलाया था. उसी कार्यक्रम में वाघेला ने खुलासा किया कि उन्हें कांग्रेस ने 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया था. वाघेला ने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा था कि वे आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते.
गौरतलब है कि वाघेला ने यह भी कहा था कि मैं कहीं भी जा सकता हूं लेकिन बीजेपी में नहीं जाऊंगा. उन्होंने कहा था, “मैंने विपक्ष के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया है राज्यसभा चुनाव के बाद मैं कांग्रेस के विधायक के रूप में भी इस्तीफा दे दूंगा. मुझे कांग्रेस बीजेपी का झंडा नहीं पहनना. किसी पार्टी का झंडा नहीं पहनना.”