2 दिन बाद 12 सितंबर को देवताओं के गुरु और सभी ग्रहों में सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति का राशि परिवर्तन होने जा रहा है। 13 महीने बाद गुरु कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश कर रहें है। वैसे तो गुरु को शुभ फल देने वाले ग्रह के रुप में माना जाता है फिर भी यदि किसी की कुंडली में गुरु किसी दूसरे अशुभ ग्रह के साथ हो तो जातक के जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पांच राशियों में यह परिवर्तन कई तरह की परेशानियां आ सकती है।
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सिंह राशि- बृहस्पति सिंह राशि में तीसरे स्थान पर प्रवेश कर रहें है जोकि जोश और आत्मविश्वास का प्रतीक माना जाता है। इस राशि के जातक किसी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी कर सकते है जिसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ सकता है इसलिए किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सावधानी बरतें।