गोरखपुर में ड्यूटी से लौट रही युवती को कार में बैठाने की कोशिश की, राहगीरों ने आरोपित को पकड़ा

गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर बिलंदपुर में सोमवार की रात नशे में धुत शोहदे ने ड्यूटी से लौट रही स्‍कूटी सवार युवती को रोककर छेड़खानी शुरू कर दी। आरोप है कि हाथ पकड़कर उसे कार में बैठाने लगा। शोर मचाने पर पहुंचे राहगीरों ने आरोपित को पकड़ लिया। रास्‍ते से गुजर रही पीआरवी (पुलिस रेस्पांस व्हीकल ) 319 के सिपाही भीड़ देखकर रुक गए। आरोप है कि पीआरवी के एक सिपाही ने आरोपिताें पर कार्रवाई की बजाय महिला से ही अभद्रता शुरू कर दी। जिसके बाद स्‍थानीय लोगों ने उसे घेर लिया। एसएसपी ने सिपाही को निलंबित कर दिया है। युवती ने कोतवाली क्षेत्र के जगरनाथपुर निवासी कार सवार शोहदे के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

रास्‍ते से गुजर रही पीआरवी के सिपाही ने भी की अभद्रता

रामगढ़ताल क्षेत्र की रहने वाली युवती बिलंदपुर में लखनऊ हाईवे पर स्थिति प्राइवेट फर्म के कार्यालय में काम करती है। सोमवार की रात में आठ बजे वह ड्यूटी करके स्‍कूटी से घर जाने के लिए निकली। आफिस के सामने हाईवे पर खड़ी कार में बैठे 40 वर्षीय युवक ने उसे रोक लिया। आरोप है कि कार से नीचे उतरने के बाद छेड़खानी शुरू कर दी और हाथ पकड़कर कार में बैठाने लगा। युवती के शोर मचाने पर रास्‍ते से गुजर रहे लोगों ने आरोपित को पकड़ लिया। जानकारी होने पर सहकर्मी भी पहुंच गए। भीड़ देकर रास्‍ते से गुजर रही पीआरवी के सिपाही रुक गए। पूछने पर स्‍थानीय लोगों ने घटना की जानकारी दी। लेकिन पीआरवी के सिपाही मिथिलेश तिवारी ने पीडि़त युवती के साथ ही अभद्रता शुरू कर दी। जिसके बाद स्‍थानीय लोगों ने पीआरवी को घेर लिया।

अभद्रता करने वाला सिपाही निलंबित

जानकारी होने पर फोर्स के साथ पहुंचे प्रभारी निरीक्षक कैंट अनिल उपाध्‍याय ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा देकर लोगों को शांत कराया। कार समेत पकड़े गए शोहदे व पीआरवी सिपाही मिथिलेश तिवारी को थाने ले आए। पूछताछ में आरोपित युवक की पहचान कोतवाली के जगरनाथपुर निवासी मनीष द्विवेदी के रूप में हुई। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि युवती की तहरीर पर मनीष के खिलाफ कैंट पुलिस ने छेड़खानी व रास्‍ता रोकने का मुकदमा दर्ज किया है। दुर्व्‍यवहार करने वाले पीआरवी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।

आठ माह पहले नशा मुक्ति केंद्र से लौटा था मनीष

घटना की जानकारी होने पर कैंट थाने पहुंचे मनीष के रिश्‍तेदारों ने बताया कि वह नशे का आदी है। उसके पिता वाणिज्‍यकर विभाग में ज्‍वाइंट कमिश्‍नर थे। नशा छुड़ाने के लिए परिवार के लोगों ने उसे नशा मुक्ति केंद्र भेजा था। जहां से वह आठ माह पहले लौटा था। नशे की वजह से पत्‍नी ने भी रिश्‍ता तोड़‍ लिया है।

थानेदार ने संभाली स्थिति

पीडि़त युवती से पीआरवी सिपाही के दुर्व्‍यवहार करने पर स्‍थानीय लोग आक्रोशित हो गए। कार सवार आरोपित के साथ ही पीआरवी को घेर लिया। जिसके बाद पीआरवी कमांडर व चालक मनुहार करने लगे। सिपाही की तरफ से माफी मांगने लगे लेकिन लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। इसी बीच फोर्स के साथ पहुंचे प्रभारी निरीक्षक कैंट ने राहगीरों को शांत कराया।

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