भारतीय क्रिकेट टीम को साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाना है। पिछले दौरे पर टीम इंडिया ने इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया को पहली बार उसी के घर पर टेस्ट सीरीज में मात दी थी। पिछली बार ऑस्ट्रेलिया की टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर नहीं थे। दोनों ही खिलाड़ियों पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक-एक साल का प्रतिबंध लगाया हुआ था। इन दोनों की वापसी से इस बार भारत के लिए टेस्ट सीरीज में चुनौती कड़ी होगी।
“भारत के पास वो तेज गेंदबाज हैं जो कैसी भी कंडीशन में किसी भी टीम को चुनौती दे सकते हैं। मुझे यकीन है कि पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हमने जो कामयाबी हासिल कि उसको देखते हुए तो जब हम दौरे पर जाएंगे तो मेजबान को कड़ी चुनौती पेश करेंगे।”
ऑस्ट्रेलिया में होने वाले इस साल के टी20 विश्व कप पर कोरोना वायरस से फैली महामारी की वजह से संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसको लेकर आईसीसी ने अब तक कोई फैसला नहीं लिया है। इसका आयोजन अक्टूबर-नवंबर के बीच कराया जाना है।
ICC को लेना होगा मुश्किल फैसला
गंभीर ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “देखिए, ऐसे फैसलों को लेना आसान नहीं होता है। इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले काफी कुछ विचार करना होगा। मुझे यकीन है कि आईसीसी इस बारे में अपने फैसला जल्दी ही सुना देगी। इसको लेकर यह जरूरी है कि वह हर किसी को फैसला करने से पहले आत्मविश्वास में ले।”
कोरोना महामारी फैलने की वजह से मार्च के बाद से ही भारत में क्रिकेट नहीं खेला जा सका है। गंभीर का इस बारे में कहना था कि खेल को दोबारा तभी शुरू कराना चाहिए जब हालात सामान्य जाए। भारत में अब तक इससे जुड़े 9 लाख मामले सामने आ चुके हैं जबकि कोरोना से संक्रमित 24 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है।
“निजी तौर पर मैं यही कहना चाहूंगा कि जब कभी भी समय सही हो जाए तभी भारत में दोबारा से क्रिकेट शुरू होना चाहिए। अब यह काफी चीजों पर निर्भर करता है। मैं इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि बीसीसीआई इस पर पूरी तरह से आंकलन करने के बाद ही फैसला लेगी।”