जनसेवा एक्सप्रेस से बिहार जा रहे नशे में धुत पिता व चाचा ने तीन मासूम बेटियों को चलती ट्रेन से फेंक दिया। इनमें से एक बच्ची की मौत हो गई। गंभीर रूप से जख्मी दो बच्चियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चियां पिता से ननिहाल जाने की जिद कर रहीं थीं। अभी-अभी: बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग, यहां रहते हैं सचिन-ऐश्वर्या के फॅमिली मेम्बर
अभी-अभी: बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग, यहां रहते हैं सचिन-ऐश्वर्या के फॅमिली मेम्बर
पुलिस के मुताबिक बिहार के मोतीहारी जिले के चोड़िया निवासी इद्दू पंजाब में मजदूरी करता है। सोमवार की रात इद्दू अपनी पुत्री अल्बुल खातून (8), मुन्नी (6), सलीमा (4) व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ जनसेवा एक्सप्रेस से लुधियाना से बिहार जा रहा था।
सीतापुर के पास इद्दू व उसके भाई इकबाल ने अल्बुल, सलीमा व मुन्नी को एक-एक कर ट्रेन से बाहर फेंक दिया। मंगलवार सुबह लोगों ने रामकोट के ग्राम भवानीपुर के निकट अल्बुल को तथा यहां से तीन किलोमीटर दूर सलीमा को झाड़ियों में पड़ा पाया। जबकि मुन्नी मानपुर थाना क्षेत्र में रमईपुर हॉल्ट के निकट मृत अवस्था में पड़ी मिली।
पुलिस व आरपीएफ के जवान दोनों बालिकाओं को जिला अस्पताल ले गए। ट्रेन से गिरने की वजह से सलीमा के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। जबकि अल्बुल खातून के बाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया है। अल्बुल खातून ने फोटो देखकर अपनी बहन मुन्नी की शिनाख्त की।
बच्चियों ने बताया कि उनका पिता इद्दू व चाचा इकबाल शराब के नशे में थे। दोनों ने झगड़े के बाद उन्हें ट्रेन से नीचे फेंक दिया। बच्चियों के बताए पते पर संपर्क किया जा रहा है। इनके परिवारीजनों व रिश्तेदारों को तलाशा जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि वारदात बहुत बड़ी है, इसलिए तमाम कानूनी पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है।
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
						
					 
						
					