चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और दोनों देशों के वरिष्ठ मंत्रियों ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के संसद भवन में मुलाकात की और व्यापार बाधाओं, अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष तथा महत्वपूर्ण खनिजों में निवेश करने की चीन की इच्छा सहित कई जटिल मुद्दों पर चर्चा की। ली शनिवार को एडिलेड और रविवार को राष्ट्रीय राजधानी कैनबरा पहुंचे। यह सात वर्षों में किसी चीनी प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रेलिया की पहली आधिकारिक यात्रा है। ली, राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बाद चीन के सबसे वरिष्ठ नेता हैं।
ली मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के एक पश्चिमी राज्य में चीन नियंत्रित लिथियम प्रसंस्करण संयंत्र का दौरा करेंगे। उनकी योजना ऑस्ट्रेलिया के महत्वपूर्ण खनिज क्षेत्र में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने में चीन की रुचि को दर्शाने की है। अक्षय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने की दिशा में यह खनिज क्षेत्र बेहद महत्वपूर्ण है। ली ने ऑस्ट्रेलिया से पहले न्यूजीलैंड का दौरा किया था और चीन लौटने से पहले उनका मलेशिया में रुकने का कार्यक्रम है। ऑस्ट्रेलिया में 9 साल तक कंजर्वेटिव सरकार के सत्ता में रहने के बाद 2022 में अल्बनीज की मध्य-वामपंथी लेबर पार्टी के सत्ता में आने के समय से से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
प्रधानमंत्री ली कियांग ने सोमवार को कहा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ दोनों देशों के बीच मतभेदों का ‘उचित तरीके से समाधान निकालने’ पर सहमति जताई है। ऑस्ट्रेलिया और चीन ऐसे दौर से उबर रहे हैं, जिसमें मंत्रियों के बीच संपर्क पर प्रतिबंध था और व्यापार बाधाओं के कारण ऑस्ट्रेलियाई निर्यातकों को प्रति वर्ष 20 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर तक का नुकसान हो रहा था। ली कियांग, अल्बनीज और दोनों देशों के वरिष्ठ मंत्रियों ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के संसद भवन में मुलाकात की और व्यापार बाधाओं, अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष तथा ऑस्ट्रेलिया में महत्वपूर्ण खनिजों में निवेश करने की चीन की इच्छा सहित कई जटिल मुद्दों पर चर्चा की।
ली शनिवार को एडिलेड और रविवार को राष्ट्रीय राजधानी कैनबरा पहुंचे। यह सात वर्षों में किसी चीनी प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रेलिया की पहली आधिकारिक यात्रा है। ली, राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बाद चीन के सबसे वरिष्ठ नेता हैं। ली ने सोमवार की मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया, ”द्विपक्षीय संबंध सतत सुधार और विकास के सही रास्ते पर हैं।” ली ने कहा, ”हमने कुछ मतभेदों और असहमतियों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी के अनुरूप इन मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाने पर सहमति बनी है। ” अल्बनीज ने चर्चा को ‘रचनात्मक’ करार दिया।
अल्बनीज ने कहा, ”ऑस्ट्रेलिया इस बात की वकालत करता है कि हम सभी को क्षेत्रीय संतुलन को बढ़ावा देने के लिए इस तरह मिलकर काम करना चाहिए, जहां कोई भी देश हावी न हो और किसी भी देश का वर्चस्व न हो।” उन्होंने कहा, ”मैंने यह स्पष्ट कर दिया है कि अलग-अलग इतिहास, राजनीतिक व्यवस्था और मूल्यों वाले राष्ट्रों के रूप में, जहां तक संभव होगा हम चीन के साथ सहयोग करेंगे, जहां आवश्यक होगा असहमति जाहिर करेंगे और राष्ट्र हित में फैसले लेंगे।” ऑस्ट्रेलिया में नौ साल तक कंजर्वेटिव सरकार के सत्ता में रहने के बाद 2022 में अल्बनीज की मध्य-वामपंथी लेबर पार्टी के सत्ता में आने के समय से से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
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