जम्मू कश्मीर में श्रीनगर के लालचौक पर तिरंगा फहराने आए तीन युवकों को शरारती तत्वों ने पीटा। यह तीनों युवक नई दिल्ली के रहने वाले बताए जाते हैं। इनमें से एक का नाम जितेंद्र और एक अन्य का नाम कृष्ण बताया जाता है। फिलहाल, यह तीनों कोठीबाग पुलिस स्टेशन में बंद हैं। कोई भी अधिकारी इस संदर्भ में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
वहीं, श्रीनगर के लाल चौक पर झंडा चढ़ाने जा रहे राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना को लखनपुर पुलिस ने रोक लिया है। डीएसपी गौरव महाजन थाना प्रभारी सुशील शर्मा तहसीलदार कठुआ ने राजपूत करणी सेना को बताया कि मौसम की खराबी के कारण वे लोग उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दे सकते। इसके बाद करणी सेना ने नारे लगाए। पुलिस अधिकारियों ने काफी समझा-बुझाकर करणी सेना को वापस भेजा।
स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा झंडा फहराने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों की स्थानीय लोगों के साथ मारपीट हो गई। स्थानीय लोगों ने तिरंगा फहराने का विरोध किया। इस दौरान दोनों पक्षों में कहा-सुनी और हल्की झड़प हो गई। बाद में पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप कर झंडा फहरा रहे लोगों को हिरासत में ले लिया।
श्रीनगर के बीचो-बीच स्थित लाल चौक व्यवासायिक हब माना जाता है। तिरंगा फहराने की कोशिश से इलाके में अफरातफरी मच गई। पुलिस ने जिन लोगों को अरेस्ट किया है, वे स्थानीय नहीं हैं। ये लोग क्लॉक टावर पर तिरंगा फहराने की कोशिश कर रहे थे। बताया जा रहा है कि जब लोग लाल चौक पर क्लॉक टावर पर तिरंगा फहरा रहे थे, तब स्थानीय लोग इसका विरोध करने लगे।देखते ही देखते काफी लोग वहां इकट्ठा हो गए और प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने तिरंगा फहरा रहे लोगों को हिरासत में ले लिया। इस घटना को देखते हुए पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। बता दें कि पहले के वर्षों में भी गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर लोग लाल चौक पर तिरंगा फहराने की कोशिश कर चुके हैं।
पिछले साल जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने चुनौती दी थी कि केंद्र सरकार लाल चौक पर तिरंगा फहरा कर दिखाए। इसके बाद शिवसेना की जम्मू कश्मीर शाखा ने अपनी एक टीम श्रीनगर भेजी थी, ताकि लाल चौक पर तिरंगा फहराया जा सके। अब्दुल्ला ने कहा था, ‘वे पाक अधिकृत कश्मीर में तिरंगा फहराने की बात करते हैं लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि वे श्रीनगर जाएं और लाल चौक पर तिरंगा फहराएं। वे यह भी नहीं कर सकते हैं और पाक अधिकृत कश्मीर की बात करते हैं।