जाति जनगणना और सामाजिक न्याय के मुद्दे पर जिलों के बाद अब मंडल व ब्लॉक स्तर पर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे और लोगों को जागरूक किया जाएगा।
कांग्रेस अब जाति जनगणना और सामाजिक न्याय के मुद्दे को धार देगी। पार्टी यूपी में चल रहे अभियान को अब देशव्यापी बनाएगी। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि जाति जनगणना का लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में व्यापक असर रहा। ऐसे में इसे अब अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में केंद्रीय कार्यसमिति की मंगलवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्षों, महासचिवों और प्रभारियों के साथ रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराने, आर्थिक-सामाजिक एवं राजनीतिक न्याय दिलाने और अडानी महाघोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति का गठन करने के मुद्दों पर चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक शीर्ष नेतृत्व ने माना कि सियासी तौर पर जाति जनगणना का मुद्दे का यूपी में व्यापक असर रहा। इससे लोकसभा चुनाव में वोटबैंक को एकजुट करने में सफलता मिली। ऐसे में इस मुद्दे को धार देकर पूरे देश में अभियान चलाया जाएगा।
प्रदेश में लगातार चल रहा अभियान
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान दलित संवाद कार्यक्रम चलाया गया। राहुल गांधी ने विभिन्न जनसभाओं में ओबीसी की भागीदारी का सवाल उठाया। लोकसभा चुनाव के बाद भी यूपी में जाति जनगणना के लिए 26 जुलाई से सात अगस्त तक भागीदारी सम्मेलन किए गए और अब मंडलवार सम्मेलन चल रहे हैं। आगे इस मुद्दे पर ब्लॉकवार सम्मेलन करने और लोगों को इस मुद्दे पर एकजुट करने की रणनीति बनाई गई है।
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