चेन्नई के लिए आइपीएल का ये सीजन भले ही अच्छा न रहा हो और उसे केवल अब तक दो ही जीत मिली हो लेकिन बाकी बचे मैच जीतकर वो प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने की कोशिश करेगी। फिलहाल टीम 7 मैचों में 2 में जीत दर्ज कर 9वें स्थान पर है। पंजाब के खिलाफ वानखेड़े के मैदान पर टीम उतरेगी तो उसकी कोशिश एक और जीत दर्ज करने की होगी। जहां एक तरफ पंजाब की टीम पिछले मैच में 115 रनों पर आलआउट हो गई थी वहीं दूसरी तरफ चेन्नई की तरफ से वर्ल्ड के बेस्ट फिनिशर ने आखिरी चार गेंदों में मैच फिनिश कर टीम को मुंबई के खिलाफ जीत दिलाई थी। टीम के पास खोने के लिए कुछ नहीं है।

चेन्नई की ओपनिंग जोड़ी- टीम के लिए ओपनिंग जोड़ी निरंतरता के साथ प्रदर्शन नहीं कर पाई है। किसी मैच में रुतुराज गायकवाड़ के बल्ले से तो किसी में राबिन उथप्पा के बल्ले से रन निकले हैं। इस मैच में मुंबई की कमजोर गेंदबाजी क्रम के सामने दोनों के ऊपर अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी होगी।
चेन्नई का मध्यक्रम- अब तक सीजन में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के पीछे मध्यक्रम का न चल पाना सबसे बड़ा कारण है। शिवम दुबे की बात करें वे लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। अंबाती रायडू, मोइन अली और रवींद्र जडेजा जैसे बल्लेबाजों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है।
चेन्नई की गेंदबाजी– ड्वेन प्रिटोरियस और ड्वेन ब्रावो के रूप में चेन्नई के पास दो डेथ ओवर स्पेशलिस्ट गेंदबाज तो हैं लेकिन शुरुआती ब्रैकथ्रू दिलाने वाले गेंदबाज दीपक चाहर की कमी खली है। युवा मुकेश चौधरी ने भी अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है। स्पिन गेंदबाजी के तौर पर महेश तीक्ष्णा ने अच्छा काम किया है पर टीम को जीत दिलाने के लिए ये काफी नहीं है।
चेन्नई की संभावित प्लइंग इलेवन
रुतुराज गायकवाड़, राबिन उथप्पा, मोइन अली, अंबाती रायडू, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा (कप्तान), एमएस धोनी (विकेटकीपर), ड्वेन प्रिटोरियस, ड्वेन ब्रावो, महेश तीक्ष्णा, मुकेश चौधरी।
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