बिजनेस डेस्कः किंगफिशर एयरलाइंस के बाद जेट एयरवेज की वित्तीय हालत काफी खराब हो गई है। खबरों के अनुसार कंपनी की माली हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अगर जल्द वित्तीय मदद न मिली तो 60 दिन बाद इसका संचालन ठप हो जाएगा। लागत कम करने के उपायों में एंप्लॉयीज की सैलरी 25 फीसदी तक घटाने की बात भी शामिल है।
सिर्फ 60 दिन के लिए ही बचे पैसे
कंपनी के दो अधिकारियों के अनुसार चेयरमैन नरेश गोयल सहित कंपनी की मैनेजमेंट टीम ने एंप्लॉयीज को सूचना दी है कि एयरलाइन की वित्तीय हालत ठीक नहीं है और लागत कम करने के उपाय तुरंत करने होंगे। जेट के एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें बताया गया है कि कंपनी को दो महीने के बाद चलाना असंभव है और मैनेजमेंट को सैलरी कट और दूसरे उपायों से खर्चे घटाने की जरूरत है। हम इस बात से चिंतित हैं कि कंपनी ने इतने वर्षों के दौरान हमें कभी भी इसकी जानकारी नहीं दी और अब जाकर उसने यह बात कही है। इससे मैनेजमेंट पर एंप्लॉयीज का भरोसा कम हुआ है।’
घाटे में चल रही कंपनी
गौरतलब है कि जेट एयरवेज को बीते दो सालों से लगातार घाटा हाे रहा है। यह घाटा 767 करोड़ के आसपास है। जानकारों का मानना है कि वित्त वर्ष 2018-19 के पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में कंपनी का घाटा बढ़कर 1,000 करोड़ रुपए तक जा सकता है।
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