चारा घोटाला से जुड़े देवघर कोषागार अवैध निकासी मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को दोषी पाया गया है. रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने उनके खिलाफ ये फैसला सुनाया, जिसके बाद शनिवार शाम लालू को सीधे बिरसा मुंडा जेल ले जाया गया.
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हालांकि, फैसले से पहले ही जेल प्रशासन ने तैयारियां कर ली थीं. जिसके तहत कैदी नंबर 3351 यानी लालू यादव के लिए जेल में सामान्य कैदियों की तुलना में सुविधाओं का ज्यादा ध्यान रखा गया है.
जेल में कैसे रह रहे हैं लालू?
– लालू यादव के लिए अलग कमरा.
– कमरे के साथ अटैच टॉटलेट-बाथरूम.
– सोने के लिए चौकी.
– चौकी के साथ एक गद्दा.
– कंबल, तकिया और मच्छरदानी.
– कमरे में टेबल और कुर्सी.
– कमरे में एक टीवी लगाया गया.
टीवी पर सिर्फ दूरदर्शन
पूर्व मुख्यमंत्री के लिए जेल के कमरे में सुविधा के नाम पर टीवी तो जरूर लगाया गया है, लेकिन इस पर चैनल के नाम पर सिर्फ दूरदर्शन ही चल पाएगा. यानी लालू चाहकर भी दूरदर्शन के अलावा किसी और न्यूज चैनल, मनोरंजन चैनल या खेल चैनल नहीं देख सकेंगे.
बेचैनी में कटी पहली रात
हालांकि, बिरसा मुंडा जेल में लालू यादव को वीआईपी कैदियों की तरह रखा गया है. लेकिन जेल में उनकी पहली रात काफी उलझनों भरी रही. बताया जा रहा है कि लालू रात भर बेचैन दिखे और करवटें बदलते रहे. सुबह उठने के बाद उन्हें चाय और बिस्किट दिया गया. इसके अलावा उन्हें भोजन में जेल परिसर में उगाई हुई सब्जी और रोटी दी जाएगी.
बता दें कि इस केस में लालू यादव की सजा का ऐलान 3 जनवरी को होगा. माना जा रहा है कि लालू यादव को इसमें लंबी सजा हो सकती है. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि कई बार जेल जा चुके लालू को इस बार बेल मिलने में मुश्किलें पेश आ सकती हैं. ऐसे में पहले से ही चारा घोटाला के चाईबासा कोषागार से जुड़े केस में पहले से ही जमानत पा चुके लालू यादव अब कब तक जेल से बाहर आ पाएंगे ये कहना मुश्किल है.
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