केंद्र सरकार ने वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठाने वाले राज्यों को पत्र लिखा है। महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली को स्वास्थ्यकर्मियों समेत सभी योग्य लाभार्थियों के औसत से कम टीकाकरण को लेकर यह पत्र लिखा है। पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र के प्रधान सचिवों को एक पत्र में अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव मनोहर अग्नानी ने उल्लेख किया है कि इन राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेश का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से नीचे है और इसमें सुधार की जरूरत है।
टीकाकरण अभियान के प्रदर्शन को सुधारने की आवश्यकता
भेज गिए पत्र में अपने-अपने राज्यों में कोरोना टीकाकरण अभियान के प्रदर्शन को सुधारने के लिए तुरंत जरूरी कदम उठाने का भी आग्रह किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महामारी की रोकथाम के लिए मौजूदा टीकाकरण अभियान में आपके सतत सहयोग की जरूरत है। अग्नानी द्वारा साझा किए गए इस पत्र से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कड़ी टिप्पणी में महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्यों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे योग्य लोगों का टीकाकरण किए बिना टीके की मांग कर अपनी असफलता को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं और यही नहीं इससे लोगों के बीच दहशत फैला रहे हैं।
अग्नानी ने अपने पत्र में कहा कि महामारी की रोकथाम के लिए मौजूदा टीकाकरण अभियान में आपके सतत सहयोग जरूरत है। रिपोर्ट की मानें तो महाराष्ट्र में अबतक 1,06,19,190 टीके उपलब्ध कराए हैं, जिनमें से 90,53,523 टीकों का उपयोग हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी खुराक कवरेज केवल 27.36 फीसद (राष्ट्रीय औसत 51.49 प्रतिशत) है। यह राष्ट्रीय औसत से भी नीचे है और इसमें सुधार की अति आवश्यकता है।
बता दें कि भारत में चल रही कोरोना महामारी की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक में कोरोना वायरस की नई लहर पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा टीकाकरण अभियान पर भी बात की जाएगी।