देश में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है और बाजारों में जामुन मिलना शुरू हो गया है. जामुन एक ऐसा फल है, जो डायबिटीज पेशेंट के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है. जामुन स्वाद में थोड़ा कसैला और अम्लीय होता है, अगर शुगर पेशेंट इस छोटे से फल को अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो उनका शुगर लेवल काबू में रह सकता है. इसके अलावा पेट से संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं.
जामुन के बीज का पाउडर असरदार
आयुर्वेद एक्सपर्ट्स अबरार मुल्तानी के अनुसार, आयुर्वेद में जामुन के पाउडर का उपयोग किया जाता है. इसमें फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन ए, बी और सी पाए जाते हैं. ये सभी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. इसके साथ ही डायबिटीज पेशेंट के ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी कारगर है.
शुगर पेशेंट कैसे करें जामुन का इस्तेमाल
आयुर्वेद एक्सपर्ट्स अबरार मुल्तानी के अनुसार, सबसे पहले जामुन के बीज को अच्छी तरह से पानी से धोकर सुखा लें. जब जामुन के बीज सूख जाएं तो उसे मिक्सी के जार में डालकर पीस लें. रोजाना सुबह खाली पेट दूध में एक छोटे चम्मच पाउडर को डालें. रोजाना ऐसा करने से मधुमेह के रोगियों का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करेगा. इसके साथ ही पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है.
फायदे
- जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर पिएंगे तो पेट दर्द और अपच जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं
- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी जामुन मददगार है.
- इसका सेवन करने से शरीर में खून की कमी पूरी होती है.
- पथरी की समस्या है तो जामुन की गुठली उसमें असरदार हैं.
- पथरी से पीड़ित व्यक्ति को जामुन के पाउडर को दही में मिलाकर खाएं.