लखनऊ , 24 नवम्बर। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 19 अक्टूबर को जिस डायल 100 की सेवा का शुरुआत की थी अब अचानक उसमें कुछ तकनीकी गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। डायल 100 के कई वाहनों में इंटरनेट कनेक्टिवीटी की दिक्कत आ रही है तो इन वाहनों पर तैनात कई पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण की कमी की वजह से कुछ परेशानियां पैदा हो रही हैं। इस तकनीकी दिक्कत को देखते हुए मंगलवार की देर रात लखनऊ में तैनात डायल 100 की सभी 63 गाडिय़ों को पुलिस लाइन बुलाया गया। इसके बाद उसमें लगे एमडीटी (मोबाइल डाटा टर्मिनल) को चेक किया गया और पुलिस कर्मियों को उसका विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। बताया जाता है कि मंगलवार को अचानक राजधानी में तैनात सभी डायल 100 की 63 गाडिय़ों को पुलिस लाइन बुलाया गया। बताया जाता है कि इन हाईटेक वाहनों में लगे उपकरण की कनेक्टिवीटी में दिक्कत आ रही थी। कुछ जगहों पर इंटरनेट की 3 जी सेवा सही न होने की वजह से गाडिय़ों को कनेक्ट नहीं किया जा पा रहा था। पुलिस लाइन में डायल 100 के सिस्टम को देख रही महिन्द्रा डिफेंस के इंजीनियरों की टीम भी बुलायी गयी। इसके बाद सभी वाहनों में लगे एमडीटी को चेक किया गया तो पता चला कि 9 वाहनों के एमडीटी में कुछ दिक्कत थी। इसके अलावा बाकी गाडिय़ों में इंटरनेट की कनेक्टिवीटी की दिक्कत थी, जिसको दूर किया गया। वहीं डायल 100 के वाहनों को तैनात पुलिस कर्मियों को इसके प्रशिक्षण की भी कमी की वजह से दिक्कत आ रही थी। किसी भी सूचना पर पहुंचने के बाद उसके हल होने के साथ ही एमडीटी में लगे क्लोज बटन को दबाना होता है। ऐसा न करने पर उक्त गाड़ी शिकायत के निस्तारण में इंगेज दिखाती है। कई पुलिस वालों को क्लोज बटन की जानकारी नहीं थी। इसी वजह से कंट्रोल रूम पर बैठे स्टाफ को यह गाडिय़ां इंगेज दिखायी दे रही थीं। डायल 100 की गाडिय़ों में तैनात पुलिस वालों को इस बारे में बताया गया कि शिकायत के दूर होने के बाद क्लोज बटन को दबाना जरूरी है। ऐसा करने के बाद ही कंट्रोल रूम को उनकी गाडिय़ां फ्री दिखायी देंगी। सभी दिक्कतों को किया जा रहा है दूर: डीआईजी प्रवीण कुमार इस बारे में लखनऊ रेंज के डीआईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि डायल 100 देश का पहले सबसे हाईटेक सिस्टम है। कुछ वाहनों में कनेक्टिवीटी की दिक्कत आ रही थी, जिसको मंगलवार की रात ही इंजीनियरों ने दूर कर लिया था। वहीं कुछ वाहनों के एमडीटी के चार्जर नहीं थे तो कुछ पुलिस वालों को इसके पूरे सिस्टम के बारे में जानकारी नहीं थी। पुलिस लाइन में बुलायी गयी सभी गाडिय़ों को इंजीनियरों ने चेक किया और फिर सभी को अपने प्वाइंट पर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि डायल 100 को और बेहतर बनाने के लिए वह, एसएसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर जा-जाकर एक-एक गाडिय़ों को चेक करेंगे और उसपर तैनात पुलिस स्टाफ को भी इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे। उन्होंने उदहरण देते हुए बताया कि जैसे कोई व्यक्ति नया मोबाइल फोन खरीदता है तो उसको चलाने में कुछ दिन थोड़ी दिक्कत आती है, बस वैसे ही कुछ दिक्कतें आ रही हैं और जल्द ही उसको दूर कर लिया जायेगा।