पिछले दिनों कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी द्धारा विपक्षी दल की सांझी बैठक करवाई गई, जिसमें सभी विपक्षी दलों ने हिस्सा लिया। एेेसे में बीजेपी विरोधी गतिविधियों पर भी विचार किया गया। साथ ही अब एक ओर नया गठबंधन जुड़ने की भी संभावनाएं जताई जा रही है। ये नया गठबंधन समाजवादी पार्टी और बसपा पार्टी के बीच जुड़ सकता है। सोनिया गांधी की बैठक में पहुंचे अखिलेश और मायावती को आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव बीजेपी-विरोधी पार्टियों का गठबंधन बनाने के लिए दोनों नेताओं को एक साथ आने को कहा।समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने शनिवार को पुष्टि की कि लंच में सभी बीजेपी-विरोधी पार्टियों ने साझा रैलियां करने पर सहमति जताई है। सांसद ने कहा कि आगामी 27 अगस्त को लालू यादव की पटना के गांधी मैदान में होने वाली रैली के बाद उत्तर प्रदेश में एक रैली आयोजित की जाएगी। हालांकि इस खबर पर टिप्पणी लेने के लिए बीएसपी के नेताओं से संपर्क नहीं हो पाया, लेकिन सूत्रों ने निजी रूप से गुप्त जानकारी दी कि पार्टी की प्रमुख ने विपक्षी एकता की बात कही थी।
मायावती और अखिलेश की साझा रैली 2019 के आम चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के खिलाफ गठबंधन की संभावना को प्रोत्साहित कर सकती है। यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी से बुरी तरह हारने के बाद से ही मायावती और अखिलेश के एक साथ आने का अनुमान लगाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, लालू यादव और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी कुछ समय से मायावती और अखिलेश को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं।