दिल्ली में कोरोना के नो मामले हैं। इनमें से 8 मरीज ऑक्सीजन बेड पर भर्ती हैं। दिल्ली में कोरोना के सभी मरीजों के नमूने जिनोम अनुक्रम के लिए प्रयोगशालाओं में भेजे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में हर दिन संक्रमण के औसतन 3-4 मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि सरकार कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित प्रसार से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सभी अस्पतालों में जरूरत के आधार पर बिस्तर तैयार हैं।
एम्स ने आरक्षित किए बिस्तर
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एम्स ने कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार मरीजों के प्रत्येक रोगी वार्ड में दो बिस्तर निर्धारित करने के आकस्मिक उपाय किया है। एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजीव लालवानी ने आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि एम्स के आपातकालीन विभाग में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसे देखते हुए गंभीर मरीजों को भर्ती करने के लिए सी 6 वार्ड में नामित क्यूबिकल बनाने का निर्णय लिया गया।
इसके अलावा प्रत्येक वार्ड में अतिरिक्त दो-दो बिस्तर को आरक्षित करने का फैसला किया गया है। इस फैसले के तहत एबी-1, सी-1, डी-1, एबी-2, सी-2, डी-2, एबी-4, सी-4, डी-4, एबी-6, डी-6, एबी-7, पल्मोनरी मेडिसिन और जेरियाट्रिक मेडिसिन वार्ड के अलावा मातृ एवं शिशु ब्लॉक, बाल चिकित्सा, बाल चिकित्सा सर्जरी, प्रसूति एवं स्त्री रोग, सर्जिकल अनुशासन विभागों के लिए सर्जिकल ब्लॉक में बिस्तर रखे जाएंगे। यह बिस्तर ड्यूटी अधिकारी के प्रशासनिक नियंत्रण में होंगे। बेड पर आपातकालीन सीओ की सिफारिश पर रोगियों को बेड दिए जाएंगे। बेड का पुनर्वितरण करना संबंधित विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी।
खाली करें बेड
एमएस ने आदेश में कहा कि संबंधित नैदानिक विभाग व इकाई के प्रमुख अपने वार्डों के बिस्तर संख्या 1 और 2 पर भर्ती मरीजों को अपने संबंधित विभाग/इकाई के किसी अन्य खाली बिस्तर पर स्थानांतरित करें।
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