राजधानी में गंभीर श्रेणी में पहुंच चुकी हवा के बीच यातायात पुलिस प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके तहत हर सड़क पर यातायात पुलिसकर्मी वाहनों की जांच कर रहे हैं। इस दौरान कई बार पुलिसकर्मियों और वाहन चालकों के बीच नोकझोंक की स्थिति बन जाती है।
 
वाहन चालक पुलिसकर्मियों से बदसलूकी भी करते हैं। हालात यह है कि इस साल प्रत्येक दिन औसतन छह मामले ऐसे आ रहे, जिसमें वाहन चालकों की ओर से यातायात कर्मियों के साथ बदसलूकी की गई है। दो पहिया वाहन चालक जहां सुरक्षा का ध्यान नहीं रखते हुए बिना हेलमेट के चलते हैं, वहीं कार चालक सीट बेल्ट लगाने में कोताही बरतते हैं।
ऐसी स्थिति में यातायात पुलिसकर्मी इन वाहन चालकों का चालान करते हैं। जिन जगहों पर यातायात पुलिस ऐसे वाहन चालकों को रोकने की कोशिश करते हैं तो इनके बीच नोकझोंक की स्थिति पैदा होती है। कभी-कभी यातायात पुलिसकर्मी के साथ हाथापाई या फिर कार चालक उन्हें रौंदने की कोशिश करते हैं।
दिल्ली यातायात पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अक्तूबर तक यातायात पुलिस कर्मी के साथ बदसलूकी के 1711 मामले सामने आए हैं। प्रतिदिन औसतन छह पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी के मामले सामने आते हैंं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामले में वाहन चालकों के खिलाफ चालान के साथ मामले भी दर्ज किए जाते हैं।
इन मामलों में होती है बदसलूकी
यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि ऑफ लाइन मोड में चालान काटने के दौरान बदसलूकी के मामले सामने आते हैं। वाहन चालकों के वाहन को तेज रफ्तार से चलाने, बिना लाइसेंस के वाहन चलाने, हेलमेट नहीं पहने, दोपहिया वाहनों पर तीन सवारी के बैठाने, वाहन चलाते समय मोबाइल इस्तेमाल करने, बिना बीमा सहित अन्य मामलों में चालान करने के दौरान ज्यादातर बदसलूकी के मामले सामने आते हैं।
दस माह में इतने कटे चालान
- बिना लाइसेंस के वाहन चलाने    243460
 
- वाहन चलाते समय मोबाइल इस्तेमाल    38692
 
- खतरनाक तरीके से वाहन चलाने    20708
 
- बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र    282266
 
- विपरीत दिशा में वाहन चलाने     95874
 
- दोषपूर्ण, फैंसी व नंबर प्लेट प्रदर्शित नहीं होने    39279
 
- ड्राइवर द्वारा धूम्रपान    690
 
- दोपहिया वाहन पर तीन सवारी    26853
 
- सीट-बेल्ट का प्रयोग न करने    42552