पारंपरिक व्यंजनों को ठेठ देसी अंदाज में तैयार होते देखना, एक अलग ही मजा देता है। खासकर तब, जब वह रेसिपी दादी या नानी अपने तरीके से तैयार कर रही हों। उसे देखकर मुंह में पानी आना तो लाजिमी है। तभी तो आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के छोटे से गांव की रहने वाली 106 वर्षीय ‘कैरे मस्तनम्मा’ आज सबसे उम्रदराज यू-ट्यूबर बन चुकी हैं। मस्तनम्मा अपने स्वादिष्ट खाने और काम करने के जज्बे को लेकर सोशल मीडिया में काफी चर्चें हो रहे हैं। अब तक इनके चैनल को करीब पांच लाख से ज्यादा लोग सब्सक्राइब्स भी कर चुके हैं। येरुशलम: ट्रंप की घोषणा के बाद गाजा पट्टी में भड़की हिंसा में 31 लोग घायल
दुनिया की सबसे बुजुर्ग यू-ट्यूबर, किसी मास्टरशेफ से कम नहीं हैं ‘मस्तनम्मा’
मस्तनम्मा को बचपन में एक परिवार ने गोद लिया था, क्योंकि उस परिवार में कोई बेटी नहीं थी। उन्होंने ही ‘मस्तनम्मा’ नाम दिया। हालांकि बचपन में ही मस्तनम्मा ने अपने नए परिवार के साथ रहने से मना कर दिया और अपने गांव वापस आ गईं। 11 वर्ष की उम्र में शादी आैर फिर 22 साल की उम्र में विधवा हो जाना, मस्तनम्मा के लिए बेहद ही कष्टकारी समय रहा। पति के गुजरने के बाद अपने पांच बच्चों का अकेले ही पालन-पोषण करना पड़ा। जीवन निर्वाह के लिए ये दिहाड़ी पर काम करने लगीं। जीवन चल ही रहा था कि महामारी की चपेट में आकर उनके चार बच्चों की मौत हो गई। पांचवां पुत्र जीवित तो रहा, लेकिन उसकी आंखें चली गईं।