रायपुर के कोरबा में एक युवक ने चोरी छिपे एक लड़की के साथ प्रेम विवाह किया. परिजनों के गुस्से और अनहोनी की आशंका के चलते उसने अपनी प्रेमिका को समाज के सामने बतौर पत्नी कभी भी पेश नहीं किया. हालांकि, दोनों साथ रहते, लेकिन युवक ने किसी को भी जाहिर नहीं किया कि वो शादी कर चुका है.
करीब डेढ साल तक दोनों के बीच दाम्पत्य जीवन अच्छे से गुजरता रहा. लेकिन शादी के बाद पति-पत्नी के बीच नोकझोक भी होती रही. इस बीच अपनी व्यस्तता का हवाला देकर युवक ने अपनी पत्नी से दूरियां बढ़ा लीं. मौके का फायदा उठा कर उसने अपने लिए नयी पत्नी भी खोज ली. उसने अपनी पूर्व पत्नी को अपनी दूसरी शादी की भनक भी नहीं होने दी. इसके लिए उसने विवाह स्थल के रूप में कोरबा शहर की जगह रायपुर को चुना.
यह युवक अपने परिजनों के साथ रायपुर के रामनगर इलाके के एक शादी घर में रुका. विवाह की पूरी तैयारी हो चुकी थी. इस बीच उसकी पहली पत्नी को किसी ने उसकी दूसरी शादी की सूचना दे दी. फिर क्या था, पीड़ित पत्नी ने पुलिस को सूचना देकर शादी मंडप में बवाल खड़ा कर दिया. इसके बाद उसका पति अपना विवाह छोड़ उल्टे पैर मंडप से भाग निकला.
जानकारी के मुताबिक, कोरबा निवासी 28 वर्षीय राजेश तिवारी का प्रेम संबंध अपने घर के पास की रहने वाली युवती से था. दोनों ने घर वालों की मर्जी के खिलाफ मंदिर में विवाह भी कर लिया था. हालांकि, दोनों अभी अपने-अपने घर में रह रहे थे. इस बीच राजेश ने अपने विवाह की रस्म अदायगी शुरू कर दी. रायपुर के एक शादी घर में रविवार को विवाह संपन्न हो रहा था.
इसके पहले सगाई कार्यक्रम आयोजित किया गया. रात को फेरे होने वाले थे. इसी दौरान कोरबा शहर की एक लड़की पुलिस कर्मियों के साथ विवाह मंडप में आ धमकी. उसने राजेश तिवारी के परिजनों एवं वधु पक्ष के लोगों को अपनी आप-बीती सुनाई. दूल्हा बने राजेश ने जब अपनी पत्नी को देखा तो उसके होश फाख्ता हो गए. वधु पक्ष के सामने उसके तमाम दावे झूठे साबित हुए. पासा पलटते देख राजेश मौके से नौ दो ग्यारह हो गया. उधर वधु पक्ष ने भी बारात फौरन लौटा दी.
मामले की नजाकत को देखते हुए पुलिस ने दोनों पक्षों के समक्ष राजेश तिवारी की वैधानिक स्थिति सामने रखी. बाराती और घराती भोजन करके वापस अपने घर लौट गए. जबकि राजेश की पत्नी को पुलिस ने महिला पुलिस कर्मियों के हवाले कर दिया. दरअसल, वो कोरबा से अकेले रायपुर पहुंची थी. उसके पास ना तो रायपुर में ठहरने का कोई बंदोबस्त था और ना ही कोई संसाधन. लिहाजा महिला पुलिस कर्मियों ने इस पीड़ित पत्नी की सहायता की और उसे मुनासिब जगह ठहराया. फिलहाल पुलिस ने काउंसलर के जरिये दोनों ही पति-पत्नी को बुलावा भेजा है ताकि वे राजी खुशी अपने भविष्य की राह तय कर सकें.