खाड़ी देशों के कतर से कूटनीतिक और राजनयिक रिश्तों के खात्मे का असर भारत पर भी दिखने लगा है। कतर के अंतरराष्ट्रीय लेवल पर घिरने को भारत गंभीरता से ले रहा है और वहां फंसे 7 लाख भारतीयों की देश वापसी की कोशिश की जा रही है। इस बड़े एयरलीफ्ट पर खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नजर बनाई हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एविएशन मिनिस्ट्री ने इस एयरलिफ्टी की जानकारी दी है। 
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एविशन मिनिस्ट्री का कहना है कि 25 जून से 8 जुलाई के बीच एयर इंडिया एक्सप्रेस की स्पेशल फ्लाइट्स को रवाना किया जाएगा। इतना ही नहीं गुरुवार और शुक्रवार को मुंबई से दोहा के बीच जेट एयरवेज की 168 सीटर बोईंग-737 को रवाना किया जाएगा।
सुषमा स्वराज ने इस बारे में सिविल एवीएशन मिनिस्टर गजपति राजू से सोमवार को बातचीत की, जहां उन्हें एयरलिफ्ट की जानकारी दी गई। एविएशन मिनिस्ट्री ने विदेश मंत्रालय को भरोसा दिया है कि वो भारतीयों को कतर से सुरक्षित लाने में कोई कमी नहीं छोड़ेगा।
बता दें कि सऊदी अरब समेत सात देशों ने कतर से रिश्ते खत्म कर दिए हैं। कतर पर आरोप है कि वो आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए आतंकवादियों का मदद करता है। अब भारत को चिंता है कि फंसे हुए भारतीयों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।