नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग, उनकी पूरी सरकार और राज्य के कई नगा संगठन, नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन) के इजाक-मुइवा (आई-एम) गुट के साथ जारी शांति प्रक्रिया का हवाला देकर यहां होने वाले विधानसभा चुनाव टलवाने की कोशिशों में जुटे हैं। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि जेलियांग सत्तारूढ़ नगालैंड पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) में बढ़ते असंतोष से जूझ रहे हैं। दरअसल, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सुरहोजेली व नेफ्यू रियो के बीच पनपी दोस्ती ने जेलियांग समेत कई मंत्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एनपीएफ की कमान फिलहाल सुरहोजेली के पास है। ऐसे में जेलियांग समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं को अगले चुनाव में टिकट नहीं मिलने का डर सता रहा है। यही वजह है कि वे चुनाव टलवाने की कोशिश के साथ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के भी संपर्क में हैं ताकि बाद में जरूरत पड़ने पर एनपीपी के टिकट पर चुनाव लड़ा जा सके।
वहीं दूसरी ओर नगा होहो और नगा मदर्स एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में शांति बहाल नहीं होने तक चुनाव टालने की अपील की है। बता दें कि नगालैंड में भी त्रिपुरा एवं मेघालय के साथ दो महीने के भीतर चुनाव होने हैं। राज्य विधानसभा की मियाद 13 मार्च को खत्म होगी।