कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए पंजाब सरकार ने 10 अप्रैल तक स्कूल व कालेज को बंद रखने के आदेश जारी कर दिए है। कोरोना के कारण स्कूल व कालेज बंद रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है। वहीं, स्कूलों को नए सेशन में खोले जाने की लगातार अध्यापक मांग कर रहे हैं। जिले में अब रोजाना कोई न कोई अध्यापक संगठन स्कूल बंद किए जाने का विरोध कर रहे हैं।
बुधवार को फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल्स एंड एसोसिएशनस आफ पंजाब के बैनर तले शहर के करीब तीस स्कूलों के अध्यापक, ट्रांसपोटर्स भारत नगर चौक में एकत्रित हुए। इस दौरान सभी ने शांतमय तरीके से रोष जताया और प्रदर्शन करते हुए मिनी सचिवालय पहुंचे। इस दौरान अध्यापकों ने स्कूल को बंद किए जाने के विरोध में लिखे बैनर पकड़े हुए थे। मिनी सचिवालय पहुंचने पर अध्यापकों ने सरकार से अपील की कि अब स्कूल को बंद न रखे जाएं। उन्होंने कहा कि स्कूलों को बंद करने से जहां विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है, वहीं स्कूलों के अध्यापकों के अलावा दर्जा चार कर्मी, वैन आपेटर्स व अन्य स्टाफ को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है।
इस दौरान स्कूल अध्यापकों ने कहा कि शहर में शापिंग माल हो या फिर बाजार, सभी कुछ खुला है, लेकिन स्कूल इन सबकी अपेक्षा कहीं सुरक्षित स्थान है लेकिन फिर भी स्कूल व कालेजों को बंद किया गया है। स्कूलों ने अब भी स्पष्ट किया कि कोविड-19 की हर गाइडलाइंस को वह पूरी तरह से फालो करेंगे इस दौरान सभी स्कूलों ने मांगपत्र भी दिया।