पशुपालन विभाग में टेंडर के नाम पर 10 करोड़ की ठगी और भ्रस्टाचार के मामले में निलंबित आईपीएस अरिवंद सेन की मुश्किलें और बढ़ने वाली है। उनकी अग्रिम जमानत अर्जी निरस्त होने के बाद शुक्रवार को गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का भी गठन कर दिया गया है। इन टीमों की प्रभारी एसीपी गोमतीनगर श्वेता सिंह को बनाया गया है। अरविंद सेन की गिरफ्तारी के लिए लखनऊ, अम्बेडकरनगर और फैजाबाद के आवासों पर कभी भी पुलिस टीमें दबिश दे सकती हैं। 
एसीपी श्वेता सिंह ने बताया कि अगर जल्द अरविंद सेन पुलिस टीमों के हाथ नहीं लगते हैं तो उनका न्यायालय से गैर जमानती वारंट लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तारी के लिए जिन टीमों का गठन हुआ है सर्विलांस की मदद से उन्होंने अरविंद सेन की लोकेशन ट्रेस करनी भी शुरू कर दी है। इस मामले में अभी अरविंद सेन के साथ सिपाही दिलबहार सिंह, समीक्षा अधिकारी उमेश सिंह, अरुण राय समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी शेष है, जिनका पुलिस गैर जमानती वारंट भी ले चुकी है। सभी की तलाश जारी है।
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