पश्चिम बंगाल में एक और भाजपा कार्यकर्ता का क़त्ल कर दिया गया है, जिसका इल्जाम राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर लगा है। राज्य में 2 मई को चुनाव नतीजे आने के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ जो हिंसा का सिलसिला शुरू हुआ था, वो अब भी थमता नज़र नहीं आ रहा है। दक्षिणी रायगंज (विष्णुपुर) में भाजपा के एक सक्रिय सदस्य देबेश बर्मन का शव पेड़ से लटकता हुआ पाया गया है। सूचना मिलते ही वहाँ भारी भीड़ जुट गई।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने कहा है कि वो घृणा की सियासत का शिकार बन गए। पार्टी ने इसे TMC के गुंडों द्वारा की गई हत्या बताते हुए कहा है कि ममता बनर्जी के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं का क्रूर नरसंहार चल रहा है। भाजपा के IT सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने भी कहा कि पश्चिम बंगाल में हर दिन ऐसी घटनाएँ हो रही हैं। उन्होंने ‘सत्ताधारी पार्टी के संरक्षण’ में होने वाले क़त्ल तुरंत रोकने की माँग की है।
वहीं भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं की हत्याओं के आँकड़े जारी किए हैं। भाजपा ने कहा कि बीते 6 माह में 162 पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्याएँ हुई हैं। भाजपा नेता समीक भट्टाचार्य ने ये आँकड़े देते हुए कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में भाजपा नेता पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरुद्ध धरना देंगे। उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC)’ की रिपोर्ट तो महज एक झाँकी है।