बहराइच : मातदान की अहमियत कितनी होती है इस बात का अंदाजा खुद मतदाता ही लगा सकता है। यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवे चरण के दौरान एक परिवार में मतदान की ऐसी मिसाल पेश की जो लोगों के लिए नजीर बन गयी। परिवार के मुखिया की मौत के बावजूद भी परिवार के लोगों ने सबसे पहले अपना वोट डाला और फिर मुखिया का अंतिम संस्कार किया गया।

बहारइच के जरवलरोड बाजार निवासी 70 वर्षीय राम प्रकाश की रविवार की रात अचानक मौत हो गई। रिश्तेदार और नातेदार अंतिम संस्कार के लिए जुटने लगे। सोमवार की सुबह का वक्त राम प्रकाश का अंतिम संस्कार के लिए रखा गया। वहीं सोमवार को पांचवे चरण के तहत बहारइच जनपद की सभी सीटों पर पोलिंग हो रही थी। परिवार वालों ने इस बात का फैसला किया कि वह लोग पहले अपने मतों का प्रयोग करेंगे और फिर रामप्रकाश के शव को अंतिम संस्कार किया जायेगा।
परिवार के लोग एक-एक कर पोलिंग बूथ पहुंचे और वोट डाला। सभी लोग जब वोट डालकर घर वापस लौटे तब शव यात्रा अंत्येष्टि के लिए श्मशान घाट के लिए रवाना हुई । मतदान के लिए ये जागरूकता क्षेत्र में चर्चा का विषय रही। इतना ही नहीं मृतक के पुत्र केशवराम ने फोन पर मैसेज करके रिश्तेदारों को मतदान के बाद ही अंत्येष्टि में शामिल होने की अपील की।
परिजनों ने वोट डाला इसके बाद शव यात्रा सरयू घाट के पावन तट के लिए रवाना हुई। जहां दाह संस्कार सम्पन्न किया गया। मृतक के परिवार में पत्नी शांती के अलावा बेटा केशवराम, बुधराम, बहू सविता, अनीता, पौता संजय, कुलदीप, प्रदीप और पौती अराधना हैं ।
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