इस्लामाबाद। आपने बस या ट्रेन में खड़े होकर सफर करने के बारे में तो सुना होगा, लेकिन यदि ऐसी स्थिति विमान में आए तो क्या कहेंगे? चौंकिए नहीं, पाकिस्तान एयरलाइंस ने ऐसी ही एक हरकत को अंजाम दिया है।
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उसने सात यात्रियों को खड़े-खड़े मदीना पहुंचा दिया। यह सुरक्षा उल्लंघन का गंभीर मामला है। घटना 20 जनवरी की है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआइए) की सऊदी अरब जाने वाली फ्लाइट की सभी सीटें भरी थीं।
इसके बावजूद सात यात्रियों को गलियारे में खड़ा करके मदीना ले जाया गया। पीआइए प्रबंधन ने इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
मीडिया में मामला आने पर जांच के आदेश दिए जाने की बात कही जा रही है। पीआइए प्रवक्ता दानयाल गिलानी ने बताया, मामले की जांच की जा रही है। जिम्मेदारी तय होते ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, पीआइए की फ्लाइट पीके-743 (बोइंग 777 विमान) कराची से सऊदी अरब के मदीना जा रही थी। विमान में कोई सीट खाली नहीं थी।
इसके बावजूद सात यात्रियों को तीन घंटे की यात्रा विमान के गलियारे में खड़े रखकर कराई गई। रिपोर्ट के अनुसार, 409 यात्रियों की क्षमता वाले विमान में 416 यात्री सवार थे।
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यात्रियों को हाथ से लिखे गए बोर्डिंग पास दिए गए थे। ग्राउंड स्टाफ की ओर से कंप्यूटर से बने बोर्डिंग पास की सूची विमान के क्रू स्टाफ को दी गई थी। उसमें अतिरिक्त यात्रियों का जिक्र नहीं था।
सभी यात्रियों की जा सकती थी जान विमान में अतिरिक्त यात्रियों के साथ सफर करना बहुत खतरनाक हो सकता था। जरूरत और क्षमता से अधिक यात्रियों के कारण विमान में अवांछित घटना होने की आशंका बढ़ जाती है।
यह भी पता चला है कि आपातकालीन स्थिति में पीआइए की इस फ्लाइट में पर्याप्त ऑक्सीजन और सुरक्षा उपकरण भी नहीं थे। एक छोटी-सी गलती होने पर सभी यात्रियों को जान भी जा सकती थी।
पायलट को दी थी जानकारी सूत्रों के मुताबिक, वरिष्ठ एयर होस्टेस हिना तुरब ने विमान के कैप्टन अनवर आदिल को अतिरिक्त यात्रियों की जानकारी दी थी।
इस पर अनवर ने कहा कि उन्हें ‘एडजस्ट’ करो, क्योंकि विमान टैक्सी वे पर है। डॉन से बातचीत में अनवर ने कहा, उड़ान भरने से पहले उन्हें इसके बारे में नहीं बताया गया। उड़ान के बाद तात्कालिक लैंडिंग संभव नहीं थी।