गोल्ड कोस्ट। चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान कॉमनवेल्थ गेम्स की पुरुष हॉकी स्पर्धा के जबर्दस्त मुकाबले में शनिवार को जब आमने-सामने होंगे तो दर्शकों को बेहतरीन हॉकी की सौगात देखने को मिलेगी।
दोनों टीमों के बीच कॉमनवेल्थ गेम्स में पिछला मुकाबला 2010 में दिल्ली में हुआ था जिसे भारत ने 7-4 से जीत दर्ज की थी। पाकिस्तान ने 2006 मेलबर्न गेम्स में भारत को मात दी थी। दोनों टीमें पिछले साल बांग्लादेश में एशिया कप में भिड़ी थीं, जहां भारत जीता था। हालांकि, दो बार की रजत पदक विजेता भारतीय टीम के कोच शोर्ड मारिन को मैच के तनाव से ज्यादा यहां के तापमान को लेकर चिंता है।
भारत के पास रुपिंदर पाल सिंह, हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास और वरुण कुमार के रूप में चार पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ हैं। कप्तान मनप्रीत सिंह मिडफील्ड और एसवी सुनील और गुरजंट सिंह आक्रमण करने की जिम्मेदारी रहेगी। गोलकीपिंग का दारोमदार अनुभवी पीआर श्रीजेश पर रहेगा।
दूसरी ओर भारत के पूर्व कोच रोलैंट ओल्टमैंस अब पाकिस्तान के कोच हैं जिन्हें भारतीय हॉकी की समझ होने का फायदा मिल सकता है। पाकिस्तान के लिए ओल्टमैंस पिछले महीने कोच बनकर आए हैं जिससे पहले टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। पाकिस्तानी टीम एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया में चार देशों के टूर्नामेंट में हार गई थी।
‘हम जीत के प्रबल दावेदार होंगे। यहां बहुत गर्मी है और दोपहर 2.30 बजे तो करीब 28-29 डिग्री तापमान रहेगा। इन हालात में खेलना बहुत मुश्किल है, लिहाजा हमें संयम के साथ खेलने की जरूरत है। शुरुआती गोल नहीं होने से टीम को दबाव लेने की जरूरत नहीं है। ऐसा होने पर हमें धैर्य रखना होगा और मौके अपने आप बनेंगे।’ –
‘निश्चित तौर पर भारत का पलड़ा भारी रहेगा। भारतीय टीम ने पिछले कुछ समय में बहुत हॉकी खेली है और प्रदर्शन भी अच्छा रहा है, लेकिन भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर कोई कयास नहीं लगाया जा सकता। दोनों टीमों के लिए यह मुकाबला जज्बात पर काबू रखने और दबाव झेलने का है। यह कॉमनवेल्थ गेम्स का सबसे उम्दा मैच होगा और काफी करीबी भी। रोलैंट के आने से पाकिस्तानी हॉकी को काफी फायदा मिलेगा।’
भारतीय महिलाओं ने मलेशिया को हराया
गोल्ड कोस्ट। डिफेंडर गुरजीत कौर के दो गोलों की मदद से भारतीय महिला हॉकी टीम ने शुक्रवार को यहां पूल-ए के मैच में मलेशिया को 4-1 से रौंदकर जीत की राह पर वापसी की। गुरजीत के पास तीन बार पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने का मौका था, लेकिन वह दो बार छठे और 39वें मिनट में उसे गोल में बदलने में सफल रहीं। उनके अलावा कप्तान रानी रामपाल (56 मिनट) और लालरेमसियामी (59 मिनट) ने मैदानी गोल किए।
पहले मैच में भारत को निचली रैंकिंग की टीम वेल्स ने 3-2 से हराया था, जिसके बाद भारतीय टीम के लिए यह जीत बेहद जरूरी थी। मलेशिया के लिए एकमात्र गोल 38वें मिनट में नूरैनी राशिद ने पेनाल्टी कॉर्नर पर किया। भारतीय टीम अब रविवार को इंग्लैंड से भिड़ेगी।