गोला फेंक एथलीट तजिंदर पाल सिंह तूर के पिता पंजाब के एक अस्पताल में मौत से लड़ाई लड़ रहे हैं और इधर तजिंदर ने 18वें एशियन गेम्स में शनिवार को भारत ने एक और स्वर्ण पदक हासिल किया।
गोला फेंक एथलीट तजिंदर पाल सिंह तूर ने एशियन गेम्स रिकॉर्ड और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। गोला फेंक एथलीट तजिंदर ने 18वें एशियन गेम्स में एथलेटिक्स में भारत का खाता स्वर्ण पदक के साथ खोला। तजिंदर के पिता को कैंसर है और वह पंजाब के एक अस्पताल में मौत से लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन बावजूद इसके उनके बेटे ने एशियन गेम्स में भारत का मान बढ़ाया। यह मौजूदा आयोजन में भारत का सातवां स्वर्ण पदक है।
जीत के बाद तजिंदर ने कहा कि ‘यह पदक मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है क्योंकि मैंने बहुत सारे त्याग किए हैं। पिछले दो साल से मेरे पिता कैंसर से लड़ रहे हैं। इसके बावजूद मेरे परिवार ने मेरा ध्यान कभी भटकने नहीं दिया। उन्होंने मेरे सपने को पूरा होने में मेरा साथ दिया। मेरे परिवार और दोस्तों ने बहुत त्याग किया और उसका नतीजा आज देखने को मिला’।
तजिंदर ने बनाया रिकॉर्ड
इससे पहले उन्होंने पिछले साल 20.24 मीटर तक गोला फेंककर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। पंजाब के इस गोला फेंक एथलीट ने अपने पहले और चौथे प्रयास में 19.96 मीटर तक गोला फेंका और फिर पांचवें प्रयास में 20.75 मीटर तक गोला फेंककर उन्होंने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। इस वर्ग का रजत चीन के लिउ यांग (19.52 मीटर) और कजाखस्तान के इवान इवानोव (19.40 मीटर) ने कांस्य पदक अपने नाम किया।