नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड सोमवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वासमत साबित करेंगे। जनता समाजवादी पार्टी ने पिछले सप्ताह अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसी कारण 25 दिसंबर, 2022 को सत्ता संभालने वाले प्रचंड को 18 महीने के भीतर चौथी बार विश्वासमत हासिल करना पड़ रहा है।
समर्थन दे रही जनता समाजवादी पार्टी विभाजित हो गई है। नेपाल के संविधान के अनुसार, प्रधानमंत्री जिस पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं उसके विभाजित या गठबंधन के किसी सदस्य के समर्थन वापस लेने की स्थिति में प्रधानमंत्री के लिए 30 दिन के भीतर विश्वासमत साबित करना अनिवार्य है। एक के बाद एक विश्वासमत में प्रचंड का समर्थन कम होता गया है।