लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मथुरा, रायबरेली व एटा में पेट के कीड़े मारने की दवा खाने से 74 बच्चों की तबियत बिगड़ गई। कई बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।

मथुरा में फरह और चौमुंहा के स्कूलों में बच्चों को दी गई थी। वहीं रायबरेली की सलोन तहसील के एक मदरसे में बच्चों ने यह दवा खाई थी। इसके अलावा एटा में एक इंटर कॉलेज में पांच छात्राओं की दवा खाते ही हालत खराब हो गई। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उपचार के बाद ज्यादातर को छुट्टी दे दी गई है।
मथुरा के फरह ब्लॉक के दीनदयाल धाम में स्थित गुलाब मेमोरियल पब्लिक स्कूल में सोमवार दोपहर को लंच के बाद बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा दी गई। सभी को एक-एक गोली दी गई थी। दवा खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को सर्दी लगने लगी और टायलेट आने लगा। स्वास्थ्य केंद्र में सूचना के बाद वहां से एंबुलेंस पहुंची और 36 बच्चों को अस्पताल ले आई। इधर चौमुहा ब्लॉक के बरौली गांव में जूनियर हाईस्कूल में भी दवा खाते ही 25 बच्चों की तबियत बिगड़ गई। स्कूल के बच्चों को अस्पताल भेजा गया।
सभी की हालत ठीक है। इसके अलावा रायबरेली की सलोन तहसील क्षेत्र में मंगलवार को पेट में कीड़े मारने वाली दवा अल्बेडाजोल खाने से एक मदरसे के 12 बच्चों की हालत अचानक बिगड़ गई। आनन.फानन बच्चों को पीएचसी पहुंचाया गया। इसमें से चार बच्चों को भर्ती कर उपचार किया गया, जबकि अन्य को छुट्टी दे दी गई।
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