बर्रा में बाढ़ प्रभावित लोगों के बवाल करने के बाद से गिरफ्तारी की आशका से आसपास की बस्ती से लोग गायब हो गए है। घर में केवल महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग ही बचे है। खाकी की आहट होते ही सभी घबरा जाते है। वहीं पुलिस वीडियो व फोटो से उपद्रवियों की पहचान कर रही।
बर्रा, कंचनपुर, रविदासपुरम, मायपुरम व आसपास क्षेत्र के लोगों ने जलभराव के विरोध में हाइवे पर जमकर बवाल किया था। चार बाइकों को आग के हवाले कर पुलिस पर ईंट पत्थर चलाए थे। मामले में पुलिस की आधा दर्जन टीमें ताबड़तोड़ दबिश दे रही। हाइवे से सटे क्षेत्र में लगातार छापेमारी की जा रही। वहीं हाल यह है कि इलाकों से युवक व अधेड़ बवाल के बाद से गायब हो चुके है। घर में बच्चे व महिलाएं ही नजर आ रही। गिरफ्तारी का ऐसा डर सता रहा कि बवाल में न शामिल होने वालों को भी लग रहा कि पुलिस पकड़ ले जाएगी। वहीं पुलिस ने हाइवे से के आसपास मकान व नर्सिंग होम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली है। इसके साथ ही मोबाइल से बने वीडियो व फोटो से भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही। वहीं पुलिस ने गिरफ्तार हुए सात लोगों को शनिवार को जेल भेजा
जलभराव में हल्का सा सुधार
हाईवे से सटे क्षेत्रों में जलभराव में थोड़ा से सुधार हुआ है। पानी का स्तर नीचे गिरा है। अभी भी लोगों में अंदर ही अंदर अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश है कि पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही। कुछ क्ष्ेत्र के लोग विस्थापित होकर अपने डूबे घर की चिंता सता रही है। स्कूली बच्चे व समाजसेवी संगठन राहत कार्य में जुटे
प्रभावित क्षेत्रों में स्कूली बच्चों व समाजसेवी संगठनों ने बस्ती में पहुंचकर खाने पीने का सामान बाटा। इसके साथ ही दवा व कुछ कपड़े भी वितरित किए गए।
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