बांग्लादेश में गुरुवार देर रात देश के जाने-माने अर्थशास्त्री अबूल बरकत को 297 करोड़ टका (करीब 210 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के शासन के दौरान देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक जनता बैंक के चेयरमैन थे।
कई बांग्लादेशियों ने अबूल की गिरफ्तारी पर चिंता जताई और कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार राजनीतिक बदले के तहत इस तरह की कार्रवाई कर रही है। ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के संयुक्त आयुक्त नसीरुल इस्लाम ने कहा, ‘हमने अबूल बरकत को एसीसी (भ्रष्टाचार रोधी आयोग) के मामले में आरोपित के रूप में गिरफ्तार किया है।’
30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
स्थानीय मीडिया के अनुसार, अवामी लीग के शासन के दौरान अनोनटेक्स नामक कंपनी द्वारा ऋण धोखाधड़ी के माध्यम से करोड़ों टका की हेराफेरी के मामले में अबूल बरकत सहित 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एसीसी द्वारा गत 20 फरवरी को यह मामला दर्ज किया गया था। अबूल की बेटी अरुनी ने शुक्रवार को बताया कि कल रात 20-25 लोग घर में घुसे और बेडरूम से मेरे पिता को ले गए। उन्होंने कोई वारंट भी नहीं दिखाया।
इधर, शेख हसीना की अवामी लीग ने आरोप लगाया कि पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल मामुन यातना और दबाव में सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हुए। देश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने गुरुवार को हसीना के अलावा मामुन और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमल के विरुद्ध मानवता के खिलाफ अपराधों के मामले में आरोप तय किए थे।